कहा- हमें पीआर कार्ड मिलने तक जारी रहेगा आंदोलन
अमरावती/दि.22– सिंधी समाज को पीआर कार्ड देने की मांग को लेकर 19 फरवरी से जिलाधिकारी कार्यालय के सामने सामाजिक कार्यकर्ता आशिष लुल्ला आंदोलन कर रहे है. इस आंदोलन को समर्थन देते हुए अब सिंधी समाज बंधु भी बडी संख्या में मैदान में उतर रहे है. जिसके चलते समाज के लोगों व्दारा प्रशासन से पीआर कार्ड की मांग की जा रही है. दैनिक अमरावती मंडल व्दारा सिंधी समाज के बंधुओं से की गई बातचीत-
हमे हमारा अधिकारी दिजीए-
पीआर कार्ड सिंधी समाज के सिर्फ एक व्यक्ति की जरुरत नहीं है, बल्कि यह पुरे समाज के लिए आवश्यक है. हम आशिष लुल्ला व उनके सहयोगियों का समर्थन करते हुए प्रशासन से पीआर कार्ड की मांग करते है.
– रीना सहानी
हम आरक्षण नहीं सिर्फ पीआर कार्ड मांग रहे
हमारा सिंधी समाज बहुत ही मेहनती है. देश की उन्नती व तरक्की के लिए हमारा समाज हमेशा ही अग्रसर रहा है. हमने कभी आरक्षण नहीं मांगा है. हम सिर्फ हमारा अधिकार मांग रहे है. हमें पीआर कार्ड मुहैया कराने के लिए प्रशासन कोई हल निकाले.
– भावना मोहन विधानी(पुज्य सिंधी पंचायत समिती सदस्या)
अपना हक लेने रोड पर भी उतरेगें-
पीआर कार्ड हमारा हक है. हम अपना हक लेने के लिए आशिष लुल्लाजी के साथ है और अपना हक लेने के लिए अगर रोड पर भी उतरना पडा तो हम उतरेगें.
– डॉ. स्नेहा विक्की पिंजानी
हम आज भी सही मायनों में भारतीय नागरिक नहीं
सिंधी समाज के लोग भारतीय रहने के बावजूद भी प्रशासन की नजर में आज भी सही मायनों में भारतीय नागरिक नहीं है. पीआर कार्ड हमारा अधिकार है. हमारे पूर्वजों की गलती का खामियाजा हम भुगत रहे है. हम अपनी आने वाली पीढी के लिए यह गलती नहीं करेगें. अगर प्रशासन सोचता है कि सिंधी समाज शांति प्रिय समाज होने से अपने हक के लिए रास्ते पर नहीं उतरेगा. अगर ऐसा है तो जरुरत पडी तो हम रास्ते पर भी उतरेगें. मैं अपने पति के आंदोलन में हमेशा ही साथ हु.
– स्नेहा आशिष लुल्ला
कल से हम भी बैठेगे अनशन में
आशिष लुल्ला के आंदोलन को समर्थन देते हुए सिंधी समाज को पीआर कार्ड देने की मांग को लेकर मैं भी कल से अनशन पर बैठुगा और जब तक सिंधी समाज को पीआर कार्ड मुहैय्या नहीं कराया जाता तब तक हम शांति प्रिय मार्ग से आंदोलन करते रहेगें.
– शिवानंद फुलवानी ( नागरिक)
मेरे पुरे परिवार का आंदोलन को समर्थन
पीआर कार्ड के लिए जो आशिष लुल्ला के नेतृत्व में आंदोलन किया जा रहा है. मैं और मेरा पुरा परिवार इसका समर्थन करता है. मैं भी कल से आंदोलन में शामिल होकर अनशन पर बैठने वाला हुं.
– गुलशन दुर्गई(नागरिक)
प्रशासन ने अभी तक सिर्फ आश्वासन ही दिया
प्रशासन व्दारा सिंधी समाज को पीआर कार्ड देने के लिए अभी तक सिर्फ आश्वासन हि दिया गया है. लेकिन अब हम रुकने वाले नहीं है. मुझे 300 के उपर शुगर है, फिर भी मैं कल से अनशन पर बैठने वाला हुं, अगर ऐसी स्थिती में मुझे कुछ हुआ तो इसका जिम्मेदार सिर्फ प्रशासन रहेगा.
– राजकुमार दुर्गई,
75 वर्षो से आंदोलन जारी
सिंधी समाज स्थायी पीआर कार्ड बनाने के लिए पिछले 75 वर्षो से अपनी लडाई लड रहे है. हम पीआर कार्ड की मांग को लेकर यह लडाई आगे भी न्याय मिलने तक जारी रखेगे. हमारी भूख हडताल 25 फरवरी तक जारी रहेगी. उसके बाद 26 फरवरी को मैं आत्मदाह करुगां, अगर प्रशासन ने रोकना भी चहा तो मांग पुरी न होने की स्थिती में मैं अपना निर्णय वापस नहीं लुगा. मेरा यह जीवन सिंधी समाज को पीआर कार्ड दिलाने के लिए समर्पित है.
– आशिष बलराम लुल्ला (मुख्य अनशनकर्ता)