अनाधिकृत तरीके से राजापेठ मार्ग पर खडी कर रहे लक्झरी बस
यातायात में भारी बाधा, बडी दुर्घटना होने की संभावना
* रोजाना 15 से 17 बस खडी की जाती
* यातायात पुलिस व्दारा प्रति बस 100 से 200 रुपए वसूली!
* रास्ते पर चिल्ला-चिल्ला कर सवारियों को बिठाते है एजंट
अमरावती/ दि.4– राजापेठ एसटी बस स्टैंड के ठिक सामने पुल के नीचे बीच रास्ते रोजाना दिनभर में 15 से 17 लक्झरी बस खडी की जाती है. बीच राह चिल्ला-चिल्लाकर एजंट सवारियों को बस में बिठाते है. जिसके कारण यहां के यातायात में भारी बाधाएं निर्माण हो रही है. जिससे बडी सडक दुर्घटना की संभावना भी निर्माण हो रही है. सूत्रों की माने तो यहां तैनात रहने वाले यातायात पुलिस कर्मचारी बस खडी करने के लिए प्रति बस 100 से 200 रुपए तक वसूल करते है. जिससे दिनभर में उनकी अच्छी खासी कमाई हो जाती है.
बता दें कि, राजापेठ भूमिगत मार्ग शुरु हो जाने के कारण राजापेठ चौक की ओर बडी संख्या में महिला, पुुरुष, स्कूल के बच्चे और वाहनों का यातायात बडे पैमाने में शुरु है. रोड के उस ओर एसटी बस स्टैंड बना हुआ है, वहां पर भी आटो व अन्य साधनों से आने वाले यात्रियों की संख्या काफी होती है. ऐसे में राजापेठ उडानपुल के ठिक नीचे सडक पर रोजाना 15 से 17 लक्झरी बस खडी की जाती है. यहां से यवतमाल के लिए सवारियां भरते है. उन बसों के एजंट रास्ते पर चिल्लाकर सवारियों को अपनी तरफ खिचते हुए बस में बिठाते है. यह प्रक्रिया इतनी खतरनाक है कि, यहां से गुजरने वाले दुपहिया चालकों व आटो चालकों के बीच सडक दुर्घटना की संभावना हर समय बनी रहती है. इतना ही नहीं तो सवारी भरने के चक्कर में कई बार यहां विवाद होते हुए भी देखा गया है. जोकि किसी घातक घटना की ओर संकेत दे रहे है. दूसरी तरफ यातायात सूचारु करने के लिए तैनात किये गए यातायात पुलिस कर्मचारी यहां खडी लक्झरी बसों को हटाने की बजाय अपने जेब गरम करने में मस्त है, ऐसा भी विश्वसनीय सूत्रों व्दारा बताया गया है.
आये दिन होते है विवाद
राजापेठ उडानपुल के नीचे बीच रास्ते लक्झरी बसों में यात्री खिचने के चक्कर में एजंट रास्ते पर उतरकर जोरों से आवाज लगाते है. कई बार इनकी वजह से यहां विवाद होते हुए भी देखे गए हेै. इससे पहले इसी चौराहे पर एक व्यक्ति की सरेराह हत्या की गई थी. इसी क्षेत्र में कई चोर उच्चके भी सक्रिय रहते है. बस स्टैंड परिसर में घुमकर महिला व यात्रियों के गहने, रुपए चोरी होने की कई घटनाएं सामने आ चुकी है. जबकि राजापेठ पुलिस थाना यहां से चंद कदम दूरी पर है. वक्त रहते रास्ते पर खडी होने वाली इन लक्झरी बसों पर अंकुश नहीं गया तो, कभी भी बडी सडक दुर्घटना और हमले जैसी बडी घटनाएं होने की बात को टाला नहीं जा सकता.