अमरावती/दि.27 – जिले की ग्राम पंचायतों के कामकाज में सुसूत्रिकरण व गतिमानता लाने के साथ ही नागरिकों को सुलभ सेवा उपलब्ध कराने के लिए ग्रामपंचायतों में महा ई-ग्राम प्रणाली का प्रयोग करने के निर्देश ग्रामविकास विभाग द्बारा दिए गए है. जिसके चलते जिले की 14 तहसीलों की 840 ग्रामपंचायतों में महा ई-ग्राम प्रणाली पर कामकाज करने की दृष्टि से प्रशासन द्बारा आवश्यक तैयारियां शुरु कर दी गई है.
ग्रामीण स्तर पर भौतिक विकास का नियोजन करने हेतु पंचायत समिति, जिला परिषद व राज्य सरकार के पास मूलभूत सुविधाओं से संबंधित जानकारी सहज तरीके से उपलब्ध रहे, इस हेतु ग्रामविकास विभाग ने महा ई-ग्राम प्रणाली विकसित की है. इसके तहत ग्रामपंचायत में नमूना क्रमांक-1 से 33 तक दस्तावेजों को संगणकीयकृत करने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. वर्ष 2023-24 से कर का पुनर्मूल्यांकन किया गया है. जिसके चलते सभी ग्रामपंचायतों में नमूना क्रमांक-8 में दर्ज ब्यौरे को महा ई-ग्राम मेें दर्ज करने हेतु चरणबद्ध अभियान चलाया जाएगा. इसके तहत अन्य निजी कम्प्यूटर प्रणाली का प्रयोग करने की बजाय पूरी तरह से महा ई-ग्राम प्रणाली का ही प्रयोग किया जाएगा. जिसके चलते ग्रामपंचायत स्तर पर रहने वाल मूलभूत सुविधाओं की एकत्रित जानकारी सरकार एवं प्रशासन को मिलेगी. इसके साथ ही ऑनलाइन कर अदा करने की सुविधा एप के जरिए उपलब्ध कराई गई है और सभी ग्रामपंचायतों में अपनी मासिक प्रगती रिपोर्ट महा ई-ग्राम में प्रतिमाह 5 तारीख से पहले भरनी होगी. विशेष उल्लेखनीय है कि, महा ई-ग्राम प्रणाली के प्रयोग की वजह से जिले की सभी ग्रामपंचायतें ‘पेपर लेस’ हो जाएंगी.
* नियमित की जाएगी समिक्षा
महा ई-ग्राम के जरिए ग्रामपंचायतों के मार्फत गांववासियों को दी जाने वाली सेवाओं को गतिमान करने में सहायता होगी. केंद्र सरकार के शाश्वत विकास के ध्येय से संबंधित सुशासनयुक्त गांव की संकल्पना पर प्रत्यक्ष अमल करना संभव हो सकेगा. जिसके चलते महा ई-ग्राम प्रणाली का ग्रामपंचायत स्तर पर तत्काल प्रयोग शुरु करने के लिए इस प्रणाली के प्रयोग को लेकर ग्रामसेवकों व केंद्र संचालकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. साथ ही इस प्रणाली के उपयोग और जिले की प्रगती के संदर्भ में नियमित तौर पर समीक्षा की जाएगी.