अमरावती

महाबीज के बीज मार्केट में उपलब्ध नहीं

खरीदने के लिए भटक रहे किसान

  • डिमांड 45 हजार क्विं., उपलब्ध 6 हजार क्विंटल

अमरावती/दि.12 – खरीफ बुआई की फसलों में जिले में सर्वाधिक बुआई सोयाबीन की होती है, उसमें भी किसानों द्बारा महाबीज के बीजों को प्राथमिकता दी जाती है, लेकिन इस वर्ष महाराष्ट्र राज्य बीज महामंडल के बीज मार्केट में उपलब्ध नहीं रहने से किसानों को यहां-वहां भटकना पड रहा है. वहीं दूसरी ओर किसानों की डिमांड होने के बावजूद महाबीज के अधिकारी यह बीज उपलब्ध नहीं कर पा रहे है.
महाराष्ट्र राज्य बीज महामंडल के बीजों की तरफ किसानों का रुझान अधिक है, लेकिन बाजारों में महाबीज के बीज समुचित प्रमाण में उपलब्ध नहीं है. जानकारी के अनुसार जिले में प्रतिवर्ष 40 से 45 हजार क्विंटल महावीर बीज उपलब्ध कराता है, लेकिन इस वर्ष 6.50 हजार क्विंटल बीज उपलब्ध होने के कारण किसानों को यह बीज नहीं मिल पा रहे हैं. महाबीज के बीजों की डिमांड प्रतिवर्ष अधिक होती है, लेकिन गत वर्ष हुए नुकसान के चलते इस वर्ष महाबीज के बीज तैयार नहीं हो पाये. बीज को तैयार करने के लिए भी 1 वर्ष का समय लगता है. परिणामत: महाराष्ट्र में 4.50 लाख क्विंटल बीज की बजाए इस वर्ष एक लाख क्विंटल बीज की बजाए इस वर्ष एक लाख क्विंटल बीजों पर महाबीज को संतुष्ट होना पडा.

कीमतों में कमी

अन्य सोयाबीन बीज की तुलना में महाबीज के बीज 1200 से कम एमआरपी पर उपलब्ध होते हैं. इसीलिए महाबीज के बीजों की डिमांड अधिक होती है. इस वर्ष 10 फीसदी ही बीज उपलब्ध होने के कारण किसानों को खरीफ बुआई के लिए महाबीज के बीज मिलना मुश्किल है.

अब आपूर्ति मुश्किल

महाबीज के बीजों की डिमांड की तुलना में मात्र 10 फीसदी ही उपलब्ध हो पाए. बीज तैयार करने के लिए 1 वर्ष का समय लगता है. गत वर्ष हुए नुकसान के कारण इस वर्ष बीज नहीं है. जिसके चलते किसानों को महाबीज के बीज उपलब्ध नहीं हो पाएंगे.
– संजय देशमुख, महाबीज अधिकारी

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