अमरावती

महालक्ष्मी स्थापना की मुहूर्त सवेरे 9.30 से दोपहर 3.34 तक

अमरावती/दि.19– शुक्ल पक्ष की षष्ठी गुरुवार 21 सितंबर को अनुराधा नक्षत्र में महालक्ष्मी (ज्येष्ठा गौरी) का आवाहन कर कुलाचार के अनुसार स्थापना करें. उसके लिए सर्वोत्तम समय सवेरे 9.30 से दोपहर 3.34 बजे दौरान रहने की जानकारी पंडित प्रकाश महाराज ने दी. शुक्रवार 22 सितंबर को ज्येष्ठा नक्षत्र है. इस दिन महालक्ष्मी ज्येष्ठा गौरी पूजन कर महानैवेद्य करें. शनिवार 23 सितंबर को मूल नक्षत्र में दोपहर 2.55 बजे तक ज्येष्ठा गौरी का विसर्जन करें. भाद्रपद माह में महालक्ष्मी किसी कारणवश स्थापना न की जा सकी तो दिवाली दौरान इसी नक्षत्र पर स्थापना कर पूजन और महानैवेद्य किया जाता है. शास्त्रानुसार यह योग्य नहीं है, किसी वर्ष व्रत का लोप हुआ तो चलता है.
परिवार में किसी व्यक्ति के निधन पश्चात एक वर्ष के भीतर हमेशा के कुलाचार, कुलधर्म न करने का कोई शास्त्रीय आधार नहीं है. ऐसी परिस्थिति में कार्यक्रम में लाइटिंग आदि न करें. ज्येष्ठा गौरी यह व्रत नक्षत्र पर आधारित रहने से नक्षत्रानुसार ही उसका पूजन और विसर्जन किया जा सकता है.

Back to top button