निजीकरण के विरोध में जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा महामोर्चा
डॉ. अजय यावले विचार मंच ने किया संचालन
अमरावती/दि.06– गुरुवार 5 अक्तूबर को जिलाधिकारी कार्यालय पर स्पर्धा परीक्षा का अभ्यास करनेवाले विद्यार्थियों सहित अन्य नागरिकों का महामोर्चा धमका. यह मोर्चा निजीकरण करके विद्यार्थियोें के जीवन के साथ खिलवाड करने वाली सरकार के विरोध में आवाज उठाने के लिए निकाला गया. इस मोर्चे का संचालन डॉ. यावले विचार मंच की ओर से किया.
केंद्र शासन व राज्य शासन की ओर से विद्यार्थी विरेाधी नीति तैयार करके उनके साथ छल किए जाने का आरोप लगाते हुए डॉ. अजय यावले ने विचार मंच की ओर से सरकार के विरोध में नारेबाजी की गई. निजीकरण व ठेकाकरण करके विद्यार्थियों को गुलामी की ओर ले जाने की तैयारी सरकार कर रही है. ठेकाकरण रोककर विद्यार्थियों को दिलासा दें. स्पर्धा परीक्षा संचालन ईमानदारी से व निष्पक्ष हो, इन प्रमुख मांगों सहित विद्यार्थी हित की अनेक मांगों को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पर गुरुवार को महामोर्चा ने दस्तक दी.
महामोर्चा की शुरुआत प्रात: 11 बजे डॉ. बाबासाहब आंबेडकर चौक इर्विन से हुई. बाबासाहब के पुतले को माल्यार्पण करके यह मोर्चा गर्ल्स हाईस्कूल मार्ग से जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचा. यह पहुंचने के बाद जिलाधिकारी सौरभ कटियार को विद्यार्थियों के प्रतिनिधि मंडल व्दारा विविध मांगों का निवेदन सौंपा गया. इस महामोर्चे में आवाहन संकल्प प्रशासकीय अकादमी के संचालक डॉ. अजय यावले, ज्ञानेश्वर मेश्राम, योगेश पाटिल, प्रफुल गेडाम, अविनाश खडसे, अक्षय दांडे, अश्विन पांडे आदि सहित स्पर्धा परीक्षा अकादमी का संचालन करने वाले विविध प्राध्यापक भी सहभागी थे. जिलाधिकारी कार्यालय पर सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस का कडा बंदोबस्त लगाया गया था.