अमरावती / दि. १४– विदर्भ की प्राचीन राजधानी कुलस्वामिनी अंबिका माता के शक्तिपीठ व माता रुख्मिणी का पिहर रहनेवाले श्री क्षेत्र कौंडण्यपुर में प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी कार्तिक माह निमित्त विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. ९ नवंबर को दहिहांडी समारोह संपन्न हुआ. इसी पृष्ठभूमि पर यहां के श्री.विठ्ठल रुख्मिणी रविदास मंदिर में नितीन बिहाडे एवं डॉ.पद्मजा बिहाडे दंपत्ति के हाथों महापूजा की गई. महापूजा के बाद मंदिर के सचिव सुनील तायडे के हाथों शॉल, श्रीफल व सम्मानपत्र देकर बिहाडे दंपत्ति का सत्कार किया गया. इसके पश्चात दोपहर को रमेशपंत खेरडे महाराज का कीर्तन हुआ. कीर्तन कार्यक्रम संपन्न होने के बाद वत्सलाबाई तायडे, शालिनी भागवते, सविता तायडे की ओर से आयोजित महाप्रसाद का अनेक श्रद्धालुओं ने लाभ लिया. विभिन्न कार्यक्रम के तहत शाम ७ बजे मंसागिर महाराज दिंडी, व शेंदोला बु. दिंडी का सामूहिक भारुड कार्यक्रम संपन्न हुआ. महापूजा के लिए मंदिर के अध्यक्ष रामभाऊ नासने व माला नासने, पूजारी श्रीरामजी पुंडेकर, ललित तायडे, ऋषिकेश तायडे, उत्तमराव नाते, प्र्रमोदराव नासने, दिनेश नाथे, सुधाकरराव नासने, कांता नासणे तथा मधुकरराव बुंदिले, युवराज नासने, अशोकराव नाते, मनीषा लांडगे, मंगला पतके, कुसुम डाकोडे, लिला मोकले, योगिता डाकोडे, सहित श्रद्धालू बड़ी संख्या में उपस्थित थे.