देश में लॉकडाउन काल में मदद करने वाला पहला राज्य बना महाराष्ट्र
पूर्व सांसद अनंत गुढे ने कहा
अमरावती/दि.15 – राज्य सरकार द्बारा बुधवार की रात 8 बजे से राज्य में संचारबंदी व लॉकडाउन लागू कर दिया गया था. लॉकडाउन व संचारबंदी की घोषणा करने से पहले राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य के हाथ मजदूरी करने वाले मजदूरों, निराधार, विकलांगो के लिए पहले पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध की ताकि यह लोग भूखे न रह सके. उसके पश्चात ही राज्य में लॉकडाउन की घोषणा की. ऐसी विकट परिस्थिती में जरुरतमंदों को व दिनदुखियों को सहायता करने वाला महाराष्ट्र संपूर्ण भारत में पहला राज्य साबित हुआ है ऐसा पूर्व सांसद अनंत गुढे ने प्रेस विज्ञप्ती द्बारा कहा.
पूर्व सांसद गुढे ने भाजपा का नाम लिए बगैर आगे कहा कि, एक ओर सदन में 105 संख्या बल होने के बावजूद भी राज्य में सरकार न बना पाने से दुखी विरोधी दल हर रोज सरकार पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे है. मंदिर खोलने के लिए चिल्ला रहे है, वहीं दूसरी ओर मरीजों के लिए व राज्य की जनता के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाने का हर संभव प्रयास राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कर रहे है. केंद्र सरकार की ओर से जनता को कोविड के पैसो का हिसाब नहीं दिया जाता. राज्य में सबसे कम पीपीई कीट, सबसे कम कोरोना टीकाकेंद्र सरकार द्बारा दिए गए है. इसके लिए विरोधी दल प्रयास नहीं करते केवल वे राज्य सरकार पर ही आरोप-प्रत्यारोप करते है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 से 15 मार्च तक टीकाकरण उत्सव मनाने की सूचना दी थी. किंतु राज्य के विरोधियों ने इस ओर अनदेखी की और वे दूकानें खुलवाने और चुनाव में ही व्यस्त रहे. विरोधी दलों को राज्य की जनता की कितनी फिक्र है यह सब महाराष्ट्र की जनता को दिखाई दे रहा है. सांसद गुढे ने प्रेस विज्ञप्ती में कहा कि अमरावती जिले में विरोधी दलों द्बारा काफी प्रयास करने के पश्चात भी व्यापारियों ने अपनी दूकानों का शटर नहीं खोला. राज्य के विरोधी दल केवल सत्ता प्राप्ती के स्वप्न देख रहे है इन्हें देश की जनता माफ नहीं करेगी ऐसा भी पूर्व सांसद गुढे ने कहा.