
* यूएई में महाराष्ट्र की एकता का संदेश
अमरावती/दि.8– व्यवसाय और नौकरी के सिलसिले में दुबई में रहने वाले डेढ़ लाख मराठी भाषियों के लिए हाल ही में महाराष्ट्र परिषद (महाराष्ट्र काउंसिल) की स्थापना की गई है. यह परिषद, संयुक्त अरब अमीरात में रहने वाले भारतीय नागरिकों द्वारा स्थापित इंडियन पीपल्स फोरम (आईपीएफ) की एक अंगीकृत संस्था के रूप में कार्यरत रहेगी. भारतीय जनता पार्टी के महाराष्ट्र प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रवींद्र चव्हाण की प्रमुख उपस्थिति में दुबई में इस काउंसिल की नींव रखी गई.स्थापना समारोह में बोलते हुए रविंद्र चव्हाण ने कहा कि, महाराष्ट्र काउंसिल की ‘महा हेल्पलाइन’ और ‘युनाइटेड महाराष्ट्र प्लेटफॉर्म’ जैसी अत्यंत महत्वपूर्ण उपक्रमों के कारण दुबई में रहने वाले मराठी लोगों की आवाज और मजबूत होगी और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए अधिक शक्ति प्राप्त होगी. साथ ही महाराष्ट्र सरकार और आयपीएफ के बीच समन्वय भी बढ़ेगा. किसी भी कारण से संकट में फंसे यूएई स्थित मराठी लोगों को उनकी मातृभाषा में सहायता प्राप्त हो सके, इस उद्देश्य से 050 365 हेल्प यह ’महा हेल्पलाइन’ सेवा 24 घंटे उपलब्ध करवाई गई है.
इसके माध्यम से सरकारी और कानूनी सहायता के लिए विशेषज्ञों का मार्गदर्शन मिलेगा. साथ ही ‘युनाइटेड महाराष्ट्र’ इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से यूएई में कार्यरत 40 सामाजिक संस्थाएं एक छत के नीचे आई हैं, जिससे महाराष्ट्र की एकता का संदेश यूएई में व्यापक रूप से पहुंचेगा, ऐसा प्रतिपादन रवींद्र चव्हाण ने किया. यूएई में रहने वाले भारतीयों की वर्तमान स्थिति, उनकी समस्याएं और मुद्दे समझकर उन्हें हल करने के लिए भाजपा की ओर से हर संभव सहयोग किया जाएगा, ऐसा आश्वासन रविंद्र चव्हाण ने दिया. दुबई में मराठी परंपरा के अनुसार और बड़े ही भव्य रूप से संपन्न हुए इस समारोह में यूएई के व्यवसायिक और सामाजिक क्षेत्र में अपने कार्य से महाराष्ट्र का नाम रोशन करने वाले ‘ग्लोबल महाराष्ट्रीयन’ व्यक्तित्वों का सम्मान किया गया.इंडियन पीपल्स फोरम (आईपीएफ) की स्थापना 2013 में यूएई में हुई थी. यह संस्था यूएई में भारतीय प्रवासी समुदाय को समर्थन देने वाली सबसे बड़ी सामाजिक-सांस्कृतिक संगठनों में से एक है. आईपीएफ यूएई के 23 विभागों में कार्यरत है – जिनमें अमीरात आधारित अध्याय, 12 राज्य परिषदें, एक बिज़नेस काउंसिल और खास युवाओं के लिए आईपीएफ युवा तथा महिलाओं के लिए आईपीएफ महिला परिषद शामिल हैं. आईपीएफ यूएई के 10,000 से अधिक सक्रिय समर्थक हैं और आईपीएफ ने ’मरहबा मोदी 2015’ और ‘अह्लान मोदी 2024’ जैसे यूएई के सबसे बड़े कार्यक्रमों के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.