पोषण ट्रॅकर में महाराष्ट्र अग्रणी
अॅप के इस्तेमाल बाबत केंद्र शासन व्दारा राज्य शासन की प्रशंसा
अमरावती/दि.13 – राज्य की अंगणवाड़ियों की पंजीयन, लाभार्थी संख्या, वजन व ऊंचाई मोजमाप की जानकारी संकलन में हुई उच्च प्रगतिनुसार पोषण ट्रॅकर को अमल में लाये जाने पर महाराष्ट्र इन्य राज्यों की तुलना में अग्रसर है. पोषण ट्रॅक अॅप के वर्गीकरण के अनुसार केंद्र शासन को राज्य शासन की ओर से अवगत किये जाने के कारण केंद्र शासन की ओर से कार्यवाही शुरु करने के साथ ही कुपोषित बच्चों का उचित वर्गीकरण पोषण ट्रॅकर में दिखाई दिया. कुपोषितों को आवश्यक उपचार देकर सुपोषित किए जाने की जानकारी महिला व बालविकास विभाग ने दी है.
केंद्र शासन के पोषण ट्रॅकर संगणक आज्ञावली की तकनीकी खराबी के कारण कुपोषितों की जानकारी की द्विरुक्ति हो रही थी व ऊंचाई एवं वजन के अनुसार बच्चों के तीव्र कुपोेषित, अतितीव्र कुपोषित व सुपोषित वर्गीकरण में गलतियां हो रही थी. आज्ञावली का तकनीकी दोष दूर करने बाबत महिला व बालविकास विभाग ने 9 मार्च, 9 सितंबर 2021 को पत्र द्वारा, 5 व 8 मार्च, 28 अक्तूबर, 2 नवंबर को हुए वीडीओ कॉन्फरन्सिंग में यह गलती दूर करने बाबत केंद्र शासन से विनती की गई. आज्ञावली की यह गलती केंद्र शासन ने मान्य भी की है,उसे दूर करने बाबत की कार्यवाही केंद्र शासन स्तर पर शुरु है. विशेष बात यह है कि केंद्र शासन की ओर से राज्य शासन का गौरव किया गया.
10 नवंबर 2021 को पोषण ट्रॅकर अॅप की आंकड़ेवारीनुसार तीव्र कुपोषित (मॅम) 6760, अति तीव्र कुपोषित (सॅम) 6526 ऐसा पंजीकृत किया गया है.
मेलघाट में पोषण ट्रॅक अॅप के माध्यम से कुपोषित बालकों की जानकारी प्राप्त की जा रही है. अन्य जिलों की संबंधित यंत्रणा ने पोषण ट्रॅकर अॅप का इस्तेमाल करना चाहिए. कुपोषण की समस्या पर प्रकर्ष से यंत्रणा को काम करना सुविधाजनक हो सकेगा.
– एड. यशोमती ठाकूर, महिला व बालविकास मंत्री