अमरावती

महाराष्ट्र की स्वास्थ सेवाएं होगी ठप्प

राष्ट्रीय स्वास्थ अभियान कंत्राटी अधिकारी कर्मचारी 25 अक्टुबर से जाएगे बेमुदत हडताल पर

अमरावती/दि.18– विगत 22 वर्षो से राष्ट्रीय स्वास्थ अभियान अंतर्गत विविध संवर्ग में कंत्राटी अधिकारी व कर्मचारी काम कर रहे है. महाराष्ट्र के स्वास्थ विभाग में हजारो पदरिक्त है. इसलिए महाराष्ट्र के स्वास्थ विभाग की पुरी जिम्मेदारी कंत्राटी कर्मचारियों पर है. उडिसा, राजस्थान, पंजाब, मणिपूर, मेघालय आदि राज्यों में राष्ट्रीय स्वास्थ अभियान अंतर्गत कंत्राटी कर्मचारियों ने विभिन्न विभाग में रिक्त पदों में शामिल किया गया है. वैसे ही मध्यप्रदेश में उन्हें सरकारी कर्मचारी की तरह वेतन आयोग लागू किया गया है. अनेक वर्ष से महाराष्ट्र में भी यह मांग होने पर महाराष्ट्र सरकार ने अभी तक विचार नहीं किया है. इस बाबत आईटक संलग्न महाराष्ट्र राज्य स्वास्थ विभाग कंत्राटी नर्सेस युनियन की ओर से कई बार आंदोलन किया गया. चार बार मंत्रालय में स्वास्थ मंत्री के साथ चर्चा की गयी. स्वास्थ मंत्री ने सरकार सकारात्मक है. 31 मार्च 2023 तक कर्मचारियों को दस वर्ष पुरे हो गए. औरंगाबाद उच्च न्यायालय के निर्णयानुसार उन्हें उनके शैक्षणिक पात्रता के अनुसार शामिल किया जाएगा. ऐसा आश्वासन आंदोलनकर्ताओं को दिया गया व विधानसभा के बजट सत्र में सरकार की ओर से दिया जाएगा. मगर आज तक किसी भी धोरणात्मक निर्णय नहीं लेने से कंत्राटी स्वास्थ कर्मचारियों में एक निराशा जागी है. जिसके कारण राष्ट्रीय स्वास्थ अभियान के विभिन्न संवर्ग के कर्मचारियों ने एकत्र होकर कंत्राटी अधिकारी, कर्मचारी कृती समिती निर्माण कर समायोजना की मांग के लिए 25 अक्टुबर से बेमुदत हडताल का निर्णय लिया है. ऐसी जानकारी आईटक व कृती समिती की ओर से दी गयी. अगर जल्द इसका निराकरण नहीं किया गया तो यह हडताल अटल है.ऐसी चेतावनी भी कृती समिती व्दारा दी गयी.

राष्ट्रीय स्वास्थ अभियान अधिकारी कर्मचारी समायोजन. कृती समिती मुख्य मार्गदर्शक दिलीप उटाणे, प्रवीण बोरकर मुख्य समन्वयक पवन वासनिक, समन्वयक प्रफुल्ल पोहणे, रेखा टरके ने बताया कि कोरोना काल में कर्मचारियों ने अपने परिवार की व स्वय की परवाह न करते हुए काम किया. जिसके कारण कोरोना जैसे संकट को रोका जा सका. महाराष्ट्र सरकार ने तत्काल समायोजना बाबत कार्यवाई कर व धोरणात्मक निर्णय लेकर हल निकालने की विनंती सरकार से की गयी. हाल ही में हडताल के नियोजन के लिए महाराष्ट्र के सभी कर्मचारियों का नियोजन सम्मेलन विगत 15 अक्टुबर को नागपूर के डॉ वसंतराव देशपांडे सभागृह में सभा ली गयी. 16 अक्टुबर को आंदोलन नागपूर के विधान भवन के पास संविधान चौक पर किया गया. आंदोलन स्थल पर विरोधी पक्ष नेता विजय वडेट्टीवार, विधायक अभिजीत वंजारी, आईटक राज्य महासचिव श्याम काले, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जिला सचिव अरुण बनकरस जिला परिषद महासंघ जिलाध्यक्ष गोपीचंद कातोरे, सिटु के दिलीप देशपांडे ने भेंट देकर आंदोलन को समर्थन दिया.

अगर इस पर भी सरकार निर्णय नहीं लेती है तो 25 अक्टुबर से बेमुदत काम बंद व हडताल शुरू की जाएगी. आंदोलन के दरमियान अगर कुछ परिणाम गलत आते है या स्वास्थ सेवाएं बंद होती है तो इसकी जवाबदारी महाराष्ट्र शासन की रहेगी. ऐसी चेतावनी भी आंदोलनकारियों व्दारा दी गयी. सरकार तत्काल बैठक लगाकर निपटारा करें. आईटक व राष्ट्रीय स्वास्थ अभियान कर्मचारी कृती समिती चर्चा के लिए तैयार है. इसीलिए सरकार को निर्णय लेने के लिए समय दिया गया है. महाराष्ट्र के सभी राष्ट्रीय स्वास्थ अभिया अंतर्गत कंत्राटी कर्मचारियों ने अगर आंदोलन बडे पैमाने पर सहभाग होने का आवाहन किया गया. राज्यभर के कंत्राटी 17 अक्टुबर से 23 अक्टुबर की कालावधी मे ंअसहयोग आंदोलन करेगें. राज्य के कर्मचारी काम तो करेगें मगर किसी भी प्रकार का अहवाल जानकारी शासन को नहीं देगे. 25 अक्टुबर से काम बंद आंदोलन किया जाएगा. बावजूद भी अगर सरकार ने निर्णय नहीं लिया तो 30 अक्टुबर को मंत्रालय के समाने ठिया आंदोलन करने का फैसला कृती समिती ने लिया है. इस समय डॉ. विलास मेश्राम, डॉ. प्रवीण औगड, डॉ. स्वप्निल लद्धा, डॉ. मिलिंद उदापुरे, आयुष वैद्यकीय अधिकारी, एनसीडी वैद्यकीय अधिकारी/ कर्मचारी , व अमरावती जिले के वैद्यकीय अधिकारी / कर्मचारी संगठन के पदाधिकारी उपस्थित थे.

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