महाराष्ट्र का सांस्कृतिक व सामाजिक सुधार का इतिहास प्रेरणादायी
मुख्याध्यापक शेलके का कथन
* धर्माधिकारी विद्यालय में महाराष्ट्र दिन मनाया
मोर्शी/दि.2-महाराष्ट्र का धार्मिक,ऐतिहासिक,सांस्कृतिक व सामाजिक सुधार का इतिहास अत्यंत प्रेरणादायी होकर इसका जतन करने की जरूरत है, ऐसा श्री शिवाजी शिक्षण संस्था के आजीवन सदस्य तथा पूर्व मुख्याध्यापक अरविंद शेलके ने कहा.
महाराष्ट्र दिन के 64 वें स्थापना दिवस निमित्त स्थानीय पार्वतीबाई धर्माधिकारी विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में बतौर अध्यक्ष वे बोल रहे थे. इस अवसर पर शिवाजी शिक्षण संस्था के आजीवन सदस्य प्रा.अशोराव घोरमाडे, पूर्व मुख्याध्यापक दिलीप खासबागे की मुख्य उपस्थिति में मुख्याध्यापक श्रीकांत देशमुख के हाथों ध्वजारोहण किया गया. राष्ट्रीय सभा की स्थापना से लेकर देश को आजादी मिलने तक और इसके बाद भी देश के प्रत्येक विधायक,विकासपूर्ण उपक्रम में महाराष्ट्र की सहभागिता महत्वपूर्ण होने की बात मुख्याध्यापक श्रीकांत देशमुख ने कही. महाराष्ट्र दिवस निमित्त स्कूल के विद्यार्थियों ने महाराष्ट्रीयन वेशभूषा परिधान कर अपना मनोगत व्यक्त किया. कार्यक्रम का संचालन शुभंगिनी हेडाऊ ने किया. प्रस्तावना वर्षा बावनकर ने रखी. आभार समीर श्रीराव ने माना. कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए किरण वरूडकर,दुर्गा पाठक,ऋतुजा मांडले,सुनील नागले ने प्रयास किए.