अमरावती

महाठगबाज खडसे ने उगली सारी हकीकत

20 लाख की रिकवरी, डीएससी का गैर उपयोग

अमरावती/ दि.3 – धारणी तहसील के 6 ग्रामपंचायत के सरपंच सचिव के डीजिटल हस्ताक्षर का दुरुपयोग कर करीब 1 करोड रुपए की हेराफेरी कर धोखाधडी करने वाले महाठगबाज अनिल खडसे ने पुलिस कस्टडी के दौरान गैर लेन-देन की हकीकत उगल दी है. पुलिस का हाथ देखते ही तोते के जैसे बोलने लगा. पुलिस ने उसके पास से 20 लाख की सामग्री बरामद करने सफलता पायी है.
राज इम्फ्राटेक के संचालक अनिल खडसे ने अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण किया. इसके बाद बुधवार की सुबह उसे अदालत में पेश किया गया था. अदालत ने उसे 30 अप्रैल तक पुलिस कस्टडी में रखने के आदेश दिये थे. उसके बाद फिर से अदालत में पेश करने के बाद उसकी पुलिस कस्टडी की समयावधि बढाते हुए 2 मई तक पीसीआर में रखने के आदेश दिये थे. इन छह दिनों में पुलिस कस्टडी के दौरान आर्थिक अपराध शाखा पुलिस निरीक्षक शिवाजी बचाटे ने सबकुछ कबुल करवा लिया. धारणी के सेंट्रल बेैंक से 33 लाख रुपए खडसे के खाते में जमा किये गये थे. पुलिस कस्टडी के दौरान उस 33 लाख में से करीब 20 लाख रुपए की विभिन्न सामग्री खडसे के गोदाम से बरामद की. आर्थिक अपराध शाखा पुलिस अब सिटी कोतवाली पुलिस थाने में दर्ज 64 लाख रुपए के गैर लेन-देन के मामले में ध्यान केंद्रीत कर रही है.

अदालत में आत्मसमर्पण
अपराध दर्ज होने के बाद से फरार मास्टरमाईंड अनिल खडसे की स्थानीय अदालत के अलावा मुंबई उच्च न्यायालय की खंडपीठ में गिरफ्तारी से पूर्व अग्रीम जमानत खारीज कर दी. जिसके कारण उसने मजबूरी में यहां के जिला अदालत में आत्मसमर्पण किया था. अदालत ने उसे सोमवार तक पुलिस कस्टडी सुनाई. उसका साथी आरोपी अब तक फरार है.

फिर पुलिस के कब्जे में
अनिल खडसे के खिलाफ 4 अपराध दर्ज है. इसमें से धारणी के 33 लाख रुपए की ठगबाजी के मामले में 6 दिन की पुलिस कस्टडी समाप्त हानेे के बाद सोमवार को उसे अदालत में पेश किया गया. अदालत ने फिर से 24 घंटे के लिए पुलिस कस्टडी में दिया है.

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