मोदी विदेशों में न कहें- कि बुद्ध के देश से आया हूं
अमरावती/दि.2– महाविहार मुक्ति आंदोलन समिति के विदर्भ दौरे की शुरुआत हो चुकी है. इसी के तहत अ.भा. भिक्खू महासंघ के अध्यक्ष भदंत आनंद महाथेरो, भंते श्रीपाद थेरो, भंते श्रीलाभ थेरो आज यहां पधारे. उन्होंने शासकीय विश्रामगृह पर मीडिया को भी संबोधित किया. उन्होंने कहा कि बुद्ध विहार में किसी को रोका नहीं जाता. प्रत्येक को उसके धर्माचरण के अनुसार अधिकार प्राप्त है. धर्मदास मंदरखे, ओंकार वानखडे, प्रा. दीपक तुरकाणे, धम्म सेवक नयन मोंढे उपस्थित थे.
* भारत में बुद्ध धर्म की अवहेलना
भदंत आनंद महाथेरो ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार के राज में बुद्ध धर्म की देश में अवहेलना हो रही है. जिस साकेत नगरी अर्थात अयोध्या में आज भव्य दिव्य राम मंदिर बन रहा है, वह दरअसल बुद्ध की नगरी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेशों में जाकर कहते हैं कि वे बुद्ध के देश से आये हैं. भदंत ने कहा कि मोदी को ऐसा कहना रोककर यह कहना चाहिए कि वे राम और कृष्ण की धरती सेआये हैं. उन्होंने कहा कि बोध गया को बौद्ध के अनुयायियों को नहीं सौंपा जा रहा. जबकि राम मंदिर के लिए केंद्र सरकार ने 1 करोड़ रुपए सौंपे हैं.
* कहां गए 84 हजार बौद्ध विहार
भदंत ने दावा किया कि सम्राट अशोक ने देशभर में 84 हजार बौद्ध विहार स्थापित किए थे. वे कहां गए, यह किसी को पता नहीं. उन्होंने दावा किया कि सोमनाथ मंदिर से लेकर देश के अनेक मंदिरों की खुदाई करने पर बुद्ध विहार पाये जाएंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि विहारों को विकृत करके मंदिर स्थापित किए गए.