* विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार का दावा
नागपुर/दि.10– विदर्भ में विधानसभा की 62 में से 45 सीटों पर महाविकास आघाडी की जीत होगी. राज्य में महाविकास आघाडी की सरकार आएगी. पिछले समय मैं विपक्ष का नेता था. पश्चात चुनाव होने पर देवेंद्र फडणवीस को विपक्ष में बैठना पडा. इस बार भी वैसा ही होगा. फडणवीस को फिर से विपक्ष में बैठना पडेगा, ऐसा दावा विरोधी पक्ष नेता विजय वडेट्टीवार ने किया.
वडेट्टीवान ने कहा कि सत्तारुढ दलों की तरफ से अपेक्षापूर्ण नहीं होती तब जनता विपक्ष की तरफ बडी आशा से देखती है. मानसून अधिवेशन में हमें पूरा समय नहीं मिला, लेकिन नागपुर के शीतकालीन अधिवेशन में सरकार को आडे हाथों लिए बिना नहीं छोडेंगे, ऐसी चेतावनी उन्होंने दी. उन्होंने कहा कि नाइट वॉचमैन के रुप में उन्हें घुमाया जा रहा है. लेकिन कभी-कभी नाइट वॉचमैन सेंचुरी निकालता है. पिछले समय वह विपक्ष के नेता थे तब 15 सीट भी नहीं आएगी ऐसा दावा किया जा रहा था. लेकिन 45 सीटों पर जीत मिली. अब चित्र पलटा हुआ दिखेगा. राज्य में सत्ता आने पर हाईकमान की नजर का कैप्टन कौन होगा यह मैं बता नहीं पाउंगा, ऐसा भी उन्होंने स्पष्ट किया.
* वडेट्टीवार ने कहा
– बच्चू कडू पर अब आत्मपरीक्षण का समय आ गया है. वह सरकार के विरोध मेें आंदोलन करने लगे है. आगामी समय में वे महाविकास आघाडी के साथ रहेंगे.
– महाराष्ट्र की तरफ उम्मीदों के साथ देखने वाली भारत राष्ट्र समिति तेलंगाना में ही फुटी है.
– बीआरएस की महाराष्ट्र में एंट्री यह सत्तारुढ पुरस्कृत है.
– पहले शिवसेना फोडी अब राष्ट्रवादी कांग्रेस फोडी गई. फिर भी भाजपा का ग्राफ नहीं बढा. सरकार में हिम्मत होगी तो तत्काल चुनाव लें.
* कांग्रेस नहीं फुटेगी
शिवसेना, राकांपा यह प्रादेशिक दल फोडकर उनके चुनाव चिन्ह हटाने का भाजपा ने प्रयास किया. लेकिन कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी है. इस कारण उसका ‘पंजा’ कैसे हटाएंगे, ऐसा सवाल करते हुए कांग्रेस नहीं फुटेगी, ऐसा दावा भी वडेट्टीवार ने किया.
* ओबीसी की नागपुर में महारैली
कांग्रेस की तरफ से नागपुर की ओबीसी की महारैली आयोजित करने का नियोजन शुरु है. इस रैली के लिए संपूर्ण देश के ‘इंडिया’आघाडी के ओबीसी मुख्यमंत्री समेत कांग्रेस नेता राहुल गांधी को उपस्थित रहने का निमंत्रण दिया जाएगा. इस रैली में जाति निहाय जनगणना के लिए एल्गार किया जाएगा, ऐसा भी वडेट्टीवार ने कहा. राज्य के आरक्षण की 50 प्रतिशत सीमा हटाकर तमिलनाडू के मुताबिक 70 प्रतिशत की जाए. पश्चात बढे आरक्षण में मराठा समाज को आरक्षण देने की भूमिका भी उन्होंने स्पष्ट की.