अमरावती /दि.13- आगामी लोकसभा व विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए लडे गए तथा राजनीति में बेहद महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले 6 तहसीलों के खरीदी विक्री संघ के चुनाव में महाविकास आघाडी का ही दबदबा साफ तौर पर दिखाई दिया है. अमरावती, तिवसा, वरुड, चांदूर रेल्वे व मोर्शी तहसील में महाविकास आघाडी तथा अचलपुर तहसील में प्रहार जनशक्ति पार्टी ने बाजी मारी. इसमें भी मोर्शी व वरुड इन दोनों तहसीलों में विधायक देवेंद्र भुयार गुट के हाथ पूरी तरह से खाली है. जहां पर कांग्रेस नेता विक्रम ठाकरे ने सहकार क्षेत्र के स्थानीय नेताओं को साथ लेकर अपनी राजनीतिक ताकत दिखाई है. जिसके चलते विधायक भुयार का गुट चारो खाने चित हो गया है.
इस चुनाव के नतीजों को देखते हुए कहा जा सकता है कि, सहकार क्षेत्र की नींव रहने वाली 400 से अधिक सेवा सहकारी सोसायटी के चुनाव से ही कांग्रेस व सहयोगी दलों ने अपनी रणनीति तय करनी शुरु कर दी थी. जिसके चलते महाविकास आघाडी को इस चुनाव में शानदार जीत हासिल हुई है. विगत एक वर्ष से गांव-गांव में सोसायटियों के चुनाव को लेकर अच्छी खासी राजनीतिक धामधूम चल रही थी. जिसमें चुनकर आने वाले संचालक ही कृषि उत्पन्न बाजार समिति व खरीदी-विक्री संघ के मतदाता होते है. इस बात को ध्यान में रखते हुए महाविकास आघाडी के नेताओं व सहकार क्षेत्र के गुटों द्वारा सेवा सहकारी सोसायटियों के चुनाव पर पूरा ध्यान दिया गया और इस एक तीर से ही कई शिकार किये गये सेवा सहकारी सोसायटियों पर कब्जा होते ही गांव की राजनीति मेें दबाव गुट तैयार हो पाया. जिसके जरिए बाजार समितियों के चुनाव में जीत हासिल की गई. वहीं अब 5 तहसीलों के खरीदी-विक्री संघ पर भी महाविकास आघाडी ने अपना झंडा फहराया है. जहां अमरावती, तिवसा व मोर्शी तहसीलों में विधायक यशोमति ठाकुर का करिश्मा कायम रहा, वहीं चांदूर रेल्वे तहसील में पूर्व विधायक विरेंद्र जगताप तथा वरुड तहसील में पूर्व विधायक नरेशचंद्र ठाकरे व भाजपा सांसद डॉ. अनिल बोंडे के नेतृत्ववाले गुटों ने बाजी मारी. ऐसे में यह कहा जा सकता है कि, राज्य की राजनीति में चाहे कितने भी उलटफेर हो जाये, लेकिन सहकार क्षेत्र में कांग्रेस नेताओं ने स्थानीय नेताओं को साथ में रखते हुए अपने किले को बचाये रखा है.
* अचलपुर में समता पैनल ने फहराया झंडा
अचलपुर खरीदी-विक्री संघ पर विधायक बच्चू कडू व सहकार नेता अजय पाटिल टवलारकर के नेतृत्व वाले समता पैनल ने 17 में से 12 सीटों पर जीत हासिल करते हुए एकतरफा सत्ता प्राप्त की. वहीं कांग्रेस के ग्रामीण जिलाध्यक्ष बबलू देशमुख के नेतृत्ववाले सहकार पैनल को केवल 5 सीटों पर ही समाधान मानना पडा.
इस चुनाव में संस्था प्रतिनिधि निर्वाचन क्षेत्र से समता पैनल के प्रभुदास ठाकरे जसवंत तरवले, गजानन बानाईत, विलास बोंडे, निशिकांत तायडे, श्रीकांत चर्हाटे, नंदा संजय चरोडे, पूनम श्रीकांत मेटकर व उर्वरित निर्वाचन क्षेत्र से श्रीकांत चित्रकार, माया अतकरे, अशोक ढाकरे व मिलिंद उभाड तथा सहकार पैनल के राजाभाउ चित्रकार, विकास अतकरे, बालासाहब उभाड, रेखा चित्रकार व अमेंद्र वर्मा विजयी रहे.
* मोर्शी तहसील में शेतकरी सहकार पैनल का वर्चस्व
मोर्शी तहसील खरीदी-विक्री संस्था के चुनाव में शेतकरी सहकार पैनल ने 17 में से 12 सीटों पर जीत हासिल करते हुए अपना वर्चस्व कायम रखा. इस चुनाव में कष्टकरी शेतकरी परिवर्तन पैनल को केवल 5 सीटों पर संतोष करना पडा. इस चुनाव की मतगणना सोमवार को हुई. जिसमें पूर्व मंत्री व विधायक यशोमति ठाकुर, पूर्व मंत्री हर्षवर्धन देशमुख एवं प्रशांत डहाने के नेतृत्व में सेवा सहकारी सोसायटी निर्वाचन क्षेत्र से शेतकरी सहकार पैनल के मनोज टेकाडे, गजानन ठवली, संतोष घोम, स्वप्निल पाथरे, सुनील कडू तथा कष्टकरी शेतकरी सहकारी परिवर्तन पैनल के मंगेश बोंडे, पंकज विधले व बंडू साउथ विजयी हुए. इसके अलावा व्यक्तिगत निर्वाचन क्षेत्र से प्रमोद घारड, प्रभाकर जवंजाल, आनंद टावरी व दिलीप मालते, महिला आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र से वैशाली कालमेघ, विमुक्त जाति व भटक्या जमाती निर्वाचन क्षेत्र से विनोद ढवले, नागरिकों का पिछला प्रवर्ग निर्वाचन क्षेत्र से संदीप रोडे तथा अनुसूचित जाति जनजाति निर्वाचन क्षेत्र से नरेंद्र रामटेके विजयी हुए.
* तिवसा खविस में सहकार पैनल के सभी प्रत्याशी विजयी
तिवसा खरीदी-विक्री संस्था के चुनाव में महाविकास आघाडी पुरस्कृत तथा पूर्व मंत्री व विधायक यशोमति ठाकुर के नेतृत्ववाले सहकार पैनल के 15 संचालक भारी बहुमत से विजयी हुए. जिसके तहत व्यक्तिगत सर्वसाधारण निर्वाचन क्षेत्र से लुकेश दिवाकर केने व प्रमोद वासुदेव देशमुख, एससी-एसटी निर्वाचन क्षेत्र से राजेश थोरात, वीजेएनटी निर्वाचन क्षेत्र से सुरेश धवने, महिला आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र से वृंदा अनिल कालमेघ व मंजूषा राहुल गवड तथा अन्य पिछडावर्गीय निर्वाचन क्षेत्र से प्रफुल्ल बायस्कर ने चुनाव जीता. संलग्न संस्था निर्वाचन क्षेत्र में कुल 53 में से पूरे 53 वोट पडे. जिसमें से 2 वोट अवैध साबित हुए. इस निर्वाचन क्षेत्र में गजानन असलपुरे, लक्ष्मण उताने, प्रफुल्ल देशमुख, प्रवीण सुरेश साबले, प्रकाश बोके, आकाश माहुरे, सुरेश मेटकर व सचिन सोटे विजयी रहे.
* वरुड तहसील में विधायक भुयार गुट को लगा झटका
वरुड तहसील खरीदी-विक्री संस्था के चुनाव में सहकार नेता व पूर्व विधायक नरेशचंद्र ठाकरे तथा भाजपा सांसद अनिल बोंडे के मार्गदर्शन में विक्रम ठाकरे के सहकार पैनल ने सभी 17 सीटों पर जीत हासिल की. जिसके चलते पूर्व मंत्री हर्षवर्धन देशमुख के मागर्दशन में शेतकरी पैनल के नेतृत्व कर रहे विधायक देवेंद्र भुयार व कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष गिरीष कराले के गुट को करारी हार का सामना करना पडा और वे अपना खाता तक नहीं खोल पाये. ऐसे में इसे विधायक गुट के लिए काफी बडा झटका बताया जा रहा है.
इस चुनाव में सहकार पैनल प्रत्याशी के तौर पर व्यक्तिगत निर्वाचन क्षेत्र से राहुल चौधरी निलेश फुटाने, बाबाराव बहुरुपी, श्रीकृष्ण मते, महिला आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र से सीमा राजेश डवरे, अल्का वासुदेव ठाकरे, अनुसूचित जाति जनजाति निर्वाचन क्षेत्र से सुनीराम गजभे, वीजेएनटी निर्वाचन क्षेत्र से मधुकर नवले, सेवा सहकारी संस्था प्रतिनिधि निर्वाचन क्षेत्र से तुषार निकम, अनिल गुल्हाने, अनंत वानखडे, राजकुमार राउत, अशोक पंडागले, हेमंत नागमोते, मोहन खुजे, विनायक सावरकर ने बहुमत के आधार पर चुनाव जीता. वहीं नागरिकों का पिछडा वर्ग निर्वाचन क्षेत्र से गणेश खरडे पहले ही निर्विरोध चुने जा चुके है.