अमरावती/दि.16-महावितरण ने बिजली बिल वसूली के लिए विशेष अभियान चलाकर वसूली अभियान तेज कर दिया है. इसलिए, अमरावती शहर में वित्तीय वर्ष में 407189 करोड रुपए में से महावितरण को 397,176 करोड रुपए का बिजली बिल वसूल करने में सफलता मिली है.
जनवरी से मार्च इन तीन महिने में बकायादार बिजली बिल नहीं भरने वाले 6 हजार 651 ग्राहकों की बिजली आपूर्ति भी खंडित करने की गई है. तथा बिल भरने वाले ग्राहकों को सुचारी बिजली आपूर्ति करने का आश्वासन दिया है. मार्च वित्तीय वर्ष का आखिरी महीना रहने से इस महीने के बकाया बिजली बिलों की वसूली के लिए महावितरण की ओर से विशेष अभियान भी चलाया गया. इसलिए महावितरण के कर्मचारी और अधिकारी भी बिल वसूली के लिए मैदान में उतरे. जो उपभोक्ता बकाया बिजली बिल का भुगतान करने सहयोग नहीं करेंगे उकी बिजली आपूर्ति खंडित करने की चेतावनी प्रशासन ने दी थी.
बिजली बिल वसूली के लिए विशेष अभियान चलाया गया. इसलिए एक साल में शहर से 397.76 करोड रुपये का बिजली बिल वसूल किया गया और 10.13 करोड रुपये का बकाया है.
बिजली रिसाव और अन्य कारणों से महावितरण को होने वाले घाटे को भरने के लिए राज्य विद्युत नियामक आयोग ने प्रस्तावित दरवृद्धि को मंजूरी दी है. तापमान बढने के साथ-साथ महावितरण की मूल्य वृद्धि से बिजली उपभोक्ता प्रभावित होंगे. दाम बढने से घरेलू बिजली उपभोक्ताओं का बिजली बिल 25 से 35 फीसदी तक बढ जाएगा. इस मूल्य वृद्धि का झटका न केवल घरेलू उपभोक्ताओं बल्कि कृषि औद्योगिक और वाणिज्यिक बिजली उपभोक्ताओं पर भी पडेगा. राज्य विद्युत नियामक आयोग द्वारा पिछले साल पारित एक आदेश के अनुसार महावितरण के बिजली बिल में साढे तीन प्रतिशत से बढोतरी की गई है.
* कृषि बिजली दर में बढोतरी
कृषि उपभोक्ताओं के लिए बिजली दर 4.17 रुपये से बढकर 4.56 रुपये प्रति यूनिट हो जाएगी. कृषि और अन्य उपयोग के लिए बिजली शुल्क 6.88 रुपये है. पिछले साल यह दर 6.23 रुपये थी. पिछले वर्ष की तुलना में कृषि के लिए यह दर 38.18 प्रतिशत और कृषि एवं अन्य के लिए 48.28 प्रतिशत बढ गया है.