विद्युत चोरी की वजह से महावितरण को जिले में 41 लाख रूपयों का नुकसान
साढे 7 लाख विद्युत ग्राहक है
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1584 करोड 70 लाख रूपयों की वसूली है बकाया
अमरावती प्रतिनिधि/दि.26 – बिजली चोरी की वजह से जारी आर्थिक वर्ष में विगत छह माह के दौरान महावितरण को अमरावती जिले में 41 लाख 44 हजार रूपयों का नुकसान सहन करना पडा है. जारी वर्ष में अप्रैल से सितंबर इन छह माह के दौरान लॉकडाउन काल में महावितरण अधिकारियों के पथक ने बिजली चोरी के 107 मामले पकडे. जिसमें से 103 लोगों ने विद्युत वाहिनी पर हूक डालने के साथ ही मिटर में छेडछाड कर रखी थी. इन मामलों में महावितरण ने आपसी समायोजन करते हुए 23 लाख 86 हजार रूपये की रकम वसूल की. साथ ही समायोजन शुल्क अदा नहीं करनेवाले लोगोें के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करायी गयी.
उल्लेखनीय है कि, अमरावती जिले में महावितरण के साढे 7 लाख विद्युत ग्राहक है. जिनमें 5 लाख 46 हजार 319 घरेलू ग्राहक, 1 लाख 23 हजार 798 कृषि कनेक्शनधारक, 39 हजार 18 वाणिज्यिक तथा 7 हजार 490 औद्योगिक कनेक्शनधारक है. अमरावती व यवतमाल के कुल 432 उच्चदाब ग्राहकोें की ओर 19 करोड 57 लाख रूपये तथा 7 लाख 36 हजार 21 लघुदाब ग्राहकों की ओर 1584 करोड 70 लाख रूपयों के बिल बकाया है. जिसमें शहरी क्षेत्र की तुलना में ग्रामीण क्षेत्र के ग्राहकों की ओर 60 फीसदी से अधिक रकम बकाया रहने की जानकारी महावितरण अधिकारियों द्वारा दी गई है.
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दीपावली में नहीं हुआ लोडशेडिंग
दीपावली काल के दौरान कहीं पर भी लोडशेडिंग नहीं की गई, बल्कि किसी भी हाल में विद्युत आपूर्ति खंडित न हो, इस हेतु महावितरण अधिकारी लगातार काम कर रहे थे और विद्युत आपूर्ति को अबाधित व सुचारू रखने के लिए कुछ पथक भी गठित किये गये थे. ऐसी जानकारी अधिक्षक अभियंता दिलीप खानंदे द्वारा दी गई.
बिजली चोरी रोकने के लिए विशेष पथक गठित करते हुए चोरी के मामले पकडे गये और संबंधितों के खिलाफ अपराध दर्ज किये गये. अब भी बिजली चोरी पकडने हेतु कई पथक तैनात किये गये है. साथ ही विद्युत ग्राहकों की ओर करोडों रूपये बकाया है. ऐसे में ग्राहकों ने अपनी बकाया राशि का भुगतान करते हुए महावितरण के साथ सहयोग करना चाहिए.
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बिजली चोरी रोकने के उपाय
– अधिकारियों के उडन दस्तों द्वारा छापे मारे जाये.
– विद्युत वाहिनी पर डाले गये हूक की खोज करते हुए तत्काल कार्रवाई की जाये.
– एरियल बंच (एबी) कैब के माध्यम से विद्युत चोरोें पर ध्यान रखा जाये.
– मीटर की नियमित जांच करते हुए रीडिंग का तुलनात्मक अध्ययन किया जाये.
– जिन इलाकों में विद्युत चोरी के मामले सर्वाधिक उजागर हो रहे है, वहां पेंटर पोल पर मिटर लगाया जाये.
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मेलघाट के 24 गांवों में बिजली नहीं
आदिवासी बहूल मेलघाट की धारणी व चिखलदरा तहसीलों के अतिदूर्गम क्षेत्रवाले 24 गांवों में तकनीकी कारणों के चलते विद्युत आपूर्ति करना असंभव रहने की वजह से वहां अब तक महावितरण की बिजली नहीं पहुंची है. लेकिन मेडा अंतर्गत सौर उर्जा के माध्यम से इन गांवों के आदिवासियों के घर तक प्रकाश पहुंचाने का प्रयास महावितरण द्वारा जरूर किया गया है.
– 7.5 लाख कुल ग्राहक
– 530 मेगावैट रोजाना खपत
– 5,46,319 घरेलू ग्राहक
– 1,33,798 कृषि ग्राहक
– 39,018 वाणिज्यिक ग्राहक
– 7,490 औद्योगिक ग्राहक