महेन्द्र भूतडा ने 225 वीं बार रक्तदान कर आदर्श किया स्थापित
जन्मदिन पर विधायक सुलभा खोडके ने दी शुभकामनाएं
* रक्तदान समिति अध्यक्ष का किया अभिनंदन
अमरावती/दि.23-रक्तदान समिती के अध्यश्र महेंद्र भूतडा ने अपने जीवन में हमेशा ही जनसेवा के कार्य की सरहाना की है .केवल जिले में ही नहीं बल्कि पूरे राज्य में हमेशा ही रक्त की कमी महसूस होती थी. लेकिन जिले में रक्तदान समिती की स्थापना कर उन्होंने रक्त की कमी को दूर किया है. मरीज के खून के अभाव में प्राण नहीं जाते बल्कि प्राण बच जाते है. महेन्द्र भूतडा ने अपने जन्मदिन पर 225 वीं बार रक्तदान करने का विक्रम स्थापित कर समाज के सामने एक आदर्श स्थापित किया है.रक्तदान का अभियान तेजी से आगे बढाने श्रेय केवल और केवल अध्यक्ष महेंद्र भूतडा व उनकी रक्तदान समिती को जाता है, इस आशय के गौरवपूर्ण विचार विधायक सुलभा खोडके ने व्यक्त किए.
रविवार को नागपुर मार्ग पर स्थित डॉ. पंजाबराव देशमुख मेडिकल कॉलेज अॅन्ड अस्पताल परिसर के रक्त केंद्र में रक्तदान समिति के अध्यक्ष महेन्द्र भूतडा का जन्मदिन मनाया गया. इस अवसर पर वे बोल रही थी. कार्यक्रम में राकांपा के संजय खोड़के, पीडीएमएमसी डीन डॉ. ए. टी. देशमुख, रक्तदान समिति पदाधिकारी अजय दातेराव, सिमेश भाई श्रॉफ, किसनगोपाल सादानी, राजेश पांडे, उमेश पाटणकर, श्याम शर्मा, निशाद जोध, राकेश ठाकुर, शैलेश चौरसिया, हरी पुरवार, सुनील अग्रवाल के साथ रक्तपेढी के डॉक्टर व टीम, सहयोगी, रक्तदाता प्रमुखता से उपस्थित थे.
शहर के प्रतिष्ठित व्यक्तित्व महेंद्र भूतडा का रविवार को जन्मदिन मनाया गया. इस निमित्त पीडीएमसी में रक्तदान कर उन्होंने 225 वीं बार रक्तदान करने का विक्रम स्थापित किया. इस अवसर पर विधायक सुलभा खोड़के व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके तथा मान्यवरों द्वारा महेंद्र भूतडा का शॉल, श्रीफल, पुष्पगुच्छ व मानपत्र देकर सत्कार किया. विधायक सुलभा खोड़के ने कहा कि, आज के दौर में हर व्यक्ति अपना घर परिवार, नौकरी, व्यवसाय, अन्य काम में व्यस्त हो गया है. उनका जीवन यहां तक ही सीमित रहता है, लेकिन समाज के प्रति दायित्व निभाने व इंसानियत का फर्ज निभाने की कोशिश चुनिंदा लोग ही करते हैं. इसी भावना के साथ महेंद्र भूतड़ा ने खुद के बारे में सोचने की बजाय लोगों का विचार कर जनसेवा का व्रत लिया. रक्तदान अभियान के माध्यम से सामाजिक कर्ज को चुकाने की कोशिश की. उनकी जीवन यात्रा सभी ने लिये प्रेरणादायी होगी, उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं.
कार्यक्रम के अंत में महेंद्र भुतडा ने आभार व्यक्त किया. इस अवसर पर पीडीएमसी की टीम द्वारा उनका सपत्निक सत्कार किया गया. कार्यक्रम में पीडीएमएमसी के डॉ. श्रेया कुलवाल, विजय दशस्त्र, प्राजक्ता गुल्हाने, हरीश खान, संजय दहिकर, परशुराम पवार, नीलेश चौखंडे, प्रतीक नेवारे, सूरज नेवारे, समिति की ओर से प्रा. संजय कुलकर्णी, रितेश व्यास, संदीप खेड़कर, राजेश पांडे, पिटू शर्मा, हितेश केडिया, योगेंद्र मोहोड़ मोहन लड्ढा, प्रदीप मोहता के साथ अन्य मान्यवरों में कलंत्री, संजय टावरी, गिरीश लड्ढा, नरेश डागा, सुशील सारडा, शांतिकुमार सारडा, संजय धूत, रोशन साबू, सीए दामोदर खंडेलवाल, गोपालदास राठी, श्याम भैया, राजेन्द्र सोमानी, नवरतन सोमाणी, राजेश डागा, कमलेश डागा, प्रीति डागा, लक्ष्मीकांत खंडेलवाल, ध्रुव डागा, आदित्य डागा, लक्ष्मीकांत सोमानी, दीपक डाबी, सुरेश लड्ढा, दयाशंकर केशरवानी, हरीश संतोषिया, प्रकाश शिरभाते, शिल्पी डागा, लक्ष्मीकांत लड्ढा, अरविंद बांबल, चंदू सोेजतिया, सुशील सारडा, मनोहर मालपानी, श्याम भैय्या, विनोद जोशी, यश खोड़के, डॉ. संतोष सदार, सूर्यकांत बंड, मुरली पारेख, सतीश नावंदर, प्रकाश केला, सौरभ मोहता, प्रकाश केला, सतीश नावंदर, भूतडा परिवार से सरला भूतडा, हर्ष भूतडा, श्रुति भूतडा, मनोहर भूतडा, सुचिता भूतडा, उषा मोहता, यश भूतडा, आयुष भूतडा, हिना भूतडा (लोहिया) समेत अन्य उपस्थित थे.
* सामाजिक परोपकार की भावना का प्रतीक
राकांपा प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोड़के ने भी महेंद्र भूतडा के सामाजिक कार्यों पर प्रकाश डालकर अभिष्टचिंतन किया. उन्होंने कहा कि, महेंद्र भूतडा को विरासत में सामाजिक सेवा करने का कर्तव्य प्राप्त हुआ है, रक्तदान के कार्य में खुद को झोंक कर उन्होंने खुद भी 225 वीं बार रक्तदान किया. यह सामाजिक परोपकार की भावना का प्रतीक है. स्वभाव, गुण, संस्कार, सौहार्द्रता व संस्कृति का जतन कर वे रक्तदान के कार्य को आगे बढ़ाते रहें, ऐसी शुभकामनाएं दी.