प्रतिनिधि/दि.८
अमरावती – वरुड तहसील के ब्रिटिश कालीन महेंद्री जंगल को अभयारण्य का दर्जा देने के आदेश सीएम उद्धव ठाकरे ने दिये है. शुक्रवार को नागपुर के मुख्य वनसंरक्षक कार्यालय में महाराष्ट्र राज्य वन्यजीव मंडल की वीडियो कान्फे्रंस हुई. इस बैठक में मुख्यमंत्री ने वनमंत्री संजय राठोड के साथ मुख्य संरक्षक को आदेशित किया. बैठक में राज्य वन्यजीव मंडल के सदस्य किशोर रिठे, यादव तरटे, कुंदन हाते उपस्थित थे. १०,००० हेक्टे. में फैला जंगल महेंद्री जंगल को सातपुडा पर्वत की किनार पट्टी लगी है. १०,००० हेक्टेयर से अधिक बडा जंगल है. जंगल में कई प्राणी है. इस क्षेत्र से राष्ट्रीय महामार्ग जाने पर बाघ के दर्शन भी लोगों को हुए है. इसके अलावा इस जंगल की विशेषता यह है कि यह जंगल ब्रिटिश कालीन जंगल है, जहां उस समय के रेस्ट हाउस भी है, जो पर्यटकों के लिए आकर्षक बन सकते है.इसलिए मुख्यमंत्री ने महेंद्री जंगल को अभयारण्य का दर्जा देने के लिए प्रस्ताव तैयार करने के आदेश दिये, जिसके साथ ही प्रत्येक जिले में वन्यजीवों के लिए अत्याधुनिक अस्पताल भी तैयार करने के आदेश दिये. मेलघाट से ब्राडगेज रद्द मेलघाट से ब्राडगेज रेलवे का प्रस्ताव रद्द करने का निर्णय लोकहित का रहने से वनमंत्री ने इस प्रस्ताव के लिए सीएम का अभिनंदन किया. वन्य व वन के साथ व्याघ्र संवर्धन के हित में निर्णय लिये गये. विशेष बात यह है कि मनुष्य की जान भी महत्वपूर्ण रहने से सहजीवन पर जोर दिया है. इसके अलावा चंद्रपुर जिले के बाघों की संख्या को लेकर स्वतंत्र समिति व अभ्यासगुट नियुक्त कर चर्चासत्र आयोजित करने का निर्णय लिया गया.