अमरावती

बेमौसम बारिश से बह गई मुख्य फसल, लाखों का नुकसान

आदिवासियों की बढ़ी चिंता

पंचनामा शुरु, तहसीलदार ने दी जानकारी
चिखलदरा / दि.२१-पर्यटन नगरी चिखलदरा में हुई बेमौसम बारिश से फसलों का भारी नुकसान हुआ. महुआफूल सहित आम फसल संकट में आ गई. बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि के कारण लाखों रुपए का नुकसान होने से आदिवासी किसानों में चिंता देखी जा रही है. महुआफूल से पांच से २५ हजार रुपए तक आमदनी एक महिने में मिलती है. अप्रैल माह में महुआफूल झडने लगते है, किंतु विगत चार से पांच दिन से मूसलाधार बारिश के साथ ओलावृष्टि होने से आदिवासियों की मुख्य फसल खतरे में आ गई है. साथही गेहूं व अन्य फसलों का नुकसान हुआ है. तहसील कार्यालय की ओर से पंचनामा शुरु किया गया है, यह जानकारी तहसीलदार माया माने ने दी.
* मप्र के व्यापारी करते है खरीदी
पांच से २५ रूपए तक बिक्री होने वाले महुए के फूल अब बेमौसम बारिश के कारण केवल आधी कीमत में बिकेंगे. मध्यप्रदेश के व्यापारी ३० से ३५ रुपए किलो दर से महुए के फूल खरीदते है.
धारणी तहसील के अनेक गांवों ओलावृष्टि
धारणी तहसील के अनेक गांवों में ओलावृष्टि हुई. जबकि पूरी तहसील में मूसलाधार बारिश होने से रबी की फसलें खतरे में आयी है. प्रमुखता से चना और गेहूं की खेत में खडी फसल तथा खेत में काटकर रखी हुई फसल खराब हो गयी है. जिससे इस कृषि सीजन में दूसरी बार किसान आर्थिक मुसीबत में आया है. धारणी तहसील के कारा, कोठा, नांदूरी, सोसोखेडा, बोथरा, जांबु, कोट इन सभी परिसरों में रात में जबर्दस्त ओलावृष्टि हुई. धारणी तथा चिखलदरा इन दोनों आदिवासी प्रबल सभी गांवों में शनिवार की मध्यरात्रि के बाद अलसुबह तक झमाझम, ठंडी बारिश हुई है, जिससे फसलें बर्बाद हो चुकी है. प्रमुखता से चने का बहुत नुकसान हुआ है. शनिवार तथा रविवार की सुबह तहसील के सभी गांवों को बेमौसम बारिश की मार पडने से किसान परेशान नजर आ रहे हैं.

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