अमरावती/प्रतिनिधि दि.१४ – महानगरपालिका व्दारा खरीदे गए मल्टीयूटिलिटी रेस्क्यू वाहन की खरीदी प्रक्रिया में अनियमितता हुई, जिसे लेकर अधिकारिक मुहर लग गई है. मनपा प्रशासन ने इस अनियमितता मामले की जांच के लिए सेवानिवृत्त जिला सत्र न्यायमूर्ति जीएम कुबड़े की नियुक्ति की थी. न्यायमूर्ति कुबड़े ने अपनी जांच पूर्ण कर अपनी रिपोर्ट प्रशासन को सौंप दी है. इस खरीदी प्रक्रिया में शामिल मनपा अधिकारियों के जवाब संतोषजनक न रहने की बात भी न्यायमूर्ति कुबड़े ने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट की है.
मनपा प्रशासन व्दारा संबंधित जांच रिपोर्ट 17 अगस्त की आमसभा में सदन पटल पर रखी जाएगी. जिसके बाद इस मामले से जुड़े सभी संबंधितों पर कार्रवाई की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी. यह जानकारी मनपा प्रशासन ने दी.विगत दो वर्षों से यह मुद्दा सुर्खियों में है. जिससे 17 अगस्त की आमसभा में इस पर फिर से एक बार घमासान तय है. मनपा ने करीबन ढाई करोड़ रुपए खर्च कर यह मल्टीयूटिलिटी रेस्क्यू वाहन खरीदा है. राज्य में किसी भी मनपा के पास ऐसी वैन नहीं है. जिससे कुओं की सफाई व अन्य आकस्मिक स्थिति में उपयोग में लाने का दावा मनपा व्दारा किया गया है. निधि एंटर प्राइजेस के माध्यम से इस वाहन को विशेष रुप से असेंबल कराया गया. लेकिन कुओं की सफाई के लिए यह वाहन काम में ही नहीं आ रहा है और इसकी खरीदी में अनियमितता होने का खुलासा न्यायमूर्ति कुबड़े की रिपोर्ट से हुआ है. जिससे इस मामले से जुड़े अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्रवाई की जा सकती है.
महानगरपालिका व्दारा खरीदे गए लेडीज फायबर टायलेट में भी भारी आर्थिक गड़बड़ी हुई. जिस फायबर टायलेट की कीमत 1 लाख 54 हजार 572 रुपए है, वहीं टायलेट मनपा ने 2 लाख 85 हजार 700 रुपए में खरीदे. जिस पर हंगामा बढ़ने के बाद यह मामला नगर विकास मंत्रालय ने मनपा से हाइड्रोलिक आटो खरीदी प्रक्रिया के साथ ही मल्टीयूटिलिटी रेस्क्यू वैन खरीदी मामले की जानकारी मांगी है.