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उधारी बकाया रहने के चलते पेट्रोल पंपों से नहीं मिल रहा इंधन
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पंप संचालकों ने मनपा के वाहनों को बैरंग वापिस लौटाया
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मनपा के सभी विभागों का कामकाज हुआ प्रभावित
अमरावती/प्रतिनिधि दि.२१ – इस समय अमरावती मनपा की आर्थिक स्थिति इतनी अधिक गडबडा चुकी है कि, मनपा की सेवा में रहनेवाले वाहनों को पेट्रोल व डीजल मिलना भी मुश्किल हो गया है. इससे पहले भी एक बार मनपा के वाहनों को काफी अधिक उधारी बकाया हो जाने के चलते पेट्रोल पंप संचालकों ने पेट्रोल व डीजल देने से मना कर दिया था. वहीं अब विगत रविवार 19 सितंबर को भी मनपा उद्यान विभाग के कई वाहनों को पेट्रोल पंपों से बिना पेट्रोल व डीजल दिये वापिस लौटा दिया गया है. ऐसे में मनपा की आर्थिक स्थिति को लेकर कई तरह की चर्चाएं चल रही है.
बता दें कि, इन दिनों अमरावती मनपा क्षेत्र में डेंग्यू, मलेरिया व टाईफाईड जैसी बीमारियों का प्रकोप बढ गया है. वहीं ऐसे हालात में मनपा के वाहनों सहित अन्य मशिनरी के लिए पेट्रोल व डीजल मिलना मुश्किल हो गया है. जिसकी वजह से फवारणी व धुवारणी के कामों सहित स्वास्थ्य विभाग, अतिक्रमण विभाग, उद्यान विभाग व अग्निशमन विभाग का कामकाज काफी हद तक प्रभावित हुआ है.
जानकारी के मुताबिक सन 2016 से रूख्मिनी नगर स्थित जगताप पेट्रोल पंप से मनपा के सभी वाहनों व मशिनरी को पेट्रोल व डीजल की आपूर्ति की जाती थी. किंतु जगताप पेट्रोल पंप का करीब 1 करोड रूपये मनपा की ओर उधारी के तौर पर बकाया हो गये. इसके बाद पेट्रोल पंप संचालक ने मनपा के वाहनों व मशीनों के लिए पेट्रोल व डीजल देना बंद कर दिया. पश्चात विगत कुछ दिनों से पुराना बायपास रोड स्थित अंबा पेट्रोल पंप से अतिक्रमण विभाग के वाहनों को पेट्रोल व डीजल उपलब्ध कराया जा रहा है. किंतु महज दो माह के भीतर इस पेट्रोल पंप संचालक की भी मनपा पर करीब 10 लाख रूपये की उधारी चढ गई है. मिली जानकारी के मुताबिक मनपा कार्यशाला विभाग के उपअभियंता रविंद्र अनवने के मार्फत इस पेट्रोल पंप के संचालक से पत्र व्यवहार हुआ है. जिसमें प्रतिमाह 10 से 15 तारीख के दौरान मनपा के वाहनोें हेतु खरीदे गये पेट्रोल व डीजल का भुगतान देने की बात तय हुई थी. ऐसे में 19 सितंबर तक मनपा की ओर से पिछले माह का भुगतान नहीं आने की वजह से रविवार 19 सितंबर को अंबा पेट्रोल पंप के संचालक द्वारा भी मनपा उद्यान विभाग के वाहनों को पेट्रोल व डीजल दिये बिना वापिस लौटा दिया गया. वहीं मनपा सूत्रों की ओर से कहा गया है कि, उक्त पेट्रोल पंप से मनपा के केवल अतिक्रमण विभाग के वाहनों को ही पेट्रोल व डीजल उपलब्ध कराने के संदर्भ में बात तय हुई थी और उद्यान विभाग के वाहन वहां गलती से चले गये. इस वजह से संबंधित पेट्रोल पंप संचालक द्वारा उद्यान विभाग के वाहनों को वापिस लौटाया गया है. किंतु दबी जबान में चल रही चर्चा के मुताबिक इन दिनों मनपा की आर्थिक स्थिति काफी हद तक डावाडौल हो गई है. जिसकी वजह से पेट्रोल पंप संचालकों का बकाया भुगतान करने में मनपा असमर्थ साबित हो रही है और मनपा को एक तरह से शर्मनाक स्थिति का सामना करना पड रहा है.