सिटी स्कैन सहित बडी जांच निजी हाथों में
सरकारी अस्पतालों में निजी कंपनियों की बैक डोर एंट्री
* सुपर स्पेशालिटी में कृष्णा डाग्नोसिस कंपनी देती है रिपोर्ट
* शीघ्र डायलिसिस भी होगा प्राइवेट कंपनियों से
अमरावती/दि.13 – सरकार को उसके हिसाब से चिकित्सक, तकनीशियन नहीं मिल रहे, इसलिए आधुनिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने उसने निजी कंपनियों की सेवा लेना शुरु कर दिया है. अमरावती सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में सिटी स्कैन की रिपोर्ट ऑनलाइन रुप से निजी कंपनी कृष्णा डाग्नोसिस तैयार कर रही है. सरकार का उससे करार हुआ है. कंपनी सेवा देगी. उसका बिल का भुगतान सरकार करेगी. अमरावती ही नहीं, प्रदेश के 31 स्थानों पर सिटी स्कैन सुविधा इस कंपनी को सौंपे जाने की खबर है. जिससे स्पष्ट है कि, प्राइवेट कंपनियों को स्वास्थ्य सेवा में बैक डोर एंट्री मिल चुकी है. एमआईआर और अन्य जांच के अलावा डायलिसिस की सेवा भी निजी कंपनी के माध्यम से मिलेगी. पता चला है कि, कोलकाता की स्केज संजीवनी को यह ठेका दिया गया है.
* ऑनलाइन रुप से रिपोर्ट
अमरावती मंडल से बात करते हुए विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल के अधिकृत सूत्रों ने आज दोपहर बताया कि, राज्य के स्वास्थ्य विभाग से हुए करार के अनुसार कृष्णा डाग्नोसिस को अमरावती के अस्पताल की सिटी स्कैन रिपोर्ट तैयार करने का जिम्मा दिया हुआ है. कुछ ही घंटों मेंं यह कंपनी ऑनलाइन रुप से संबंधित डॉक्टर या तकनीशियन को रिपोर्ट भेज देती है. जिसके आधार पर आगे का उपचार शुरु होता है.
* शीघ्र एमआरआई सेवा भी
सूत्रों ने अमरावती मंडल को बताया कि, संदर्भ सेवा अस्पताल में एमआरआई भी किया जा सकेगा. इसके लिए आवश्यक उपकरण खरीदी और तकनीशियन की नियुक्ति अतिशीघ्र की जा रही है. अभी एक्सरे और सिटी स्कैन का जिम्मा निजी कंपनी को दिया गया है. जिसमें एक्सरे फिल्म से लेकर उसकी रिपोर्ट तक निजी कंपनी उपलब्ध करवाती है. डॉक्टर्स व अधिकारियों ने बताया कि, अस्पताल में सभी प्रकार की सेवाएं नि:शुल्क है. महात्मा ज्योतिराव फुले स्वास्थ्य योजना के अलावा अन्य योजना का लाभ यहां दिया जा रहा है.
* सभी सर्जरी नि:शुल्क
उल्लेखनीय है कि, विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल में अब तक 38 मूत्रपिंड प्रत्यारोपण हो चुके हैं. इसके अलावा ब्रेन और कैंसर की अनेक दुरुह सर्जरी यहां हो चुकी है. मरीजों को नया जीवन दिया गया है. सरकार की योजनाओं का लाभ दिया गया है.
* रोज 35-40 डायलिसिस
सुपर स्पेशालिटी में नि:शुल्क डायलिसिस सुविधा उपलब्ध है. सरकार ने कंपनी के साथ इस सेवा के लिए भी करार किया है. अभी तो 35-40 मरीजों का डायलिसिस यहां हो रहा है. अमरावती से सटा क्षारयुक्त क्षेत्र होने से यहां मूत्रपिंड विकार के रुग्ण बढ रहे हैं. ऐसे में डायलिसिस सेवा का भी निजीकरण मरीजों के लिए फायदेमंद बताया जा रहा है.
* 10 वर्ष का करार
सरकार ने जिला अस्पतालों में निजी कंपनियों के माध्यम से रोग निदान करने का निर्णय किया है. कृष्णा डायग्नोसिस और कोलकत्ता का संजीवनी से 10 वर्षों का करार किये जाने का समाचार है. जिसमें 22 एमआरआई, 31 जगहों पर सिटी स्कैन और 68 स्थानों पर डायलिसिस केंद्र शामिल है. भंडारा, चंद्रपुर, गडचिरोली सहित अन्य जगह उक्त टेस्ट अब नि:शुल्क होंगे.
* मशीन और तकनीशियन कंपनियों के
इन स्थानों पर उपकरण तथा उसे हैंडल करने वाले तकनीशियन कंपनियां उपलब्ध कराएगी. जबकि मरीजों को कोई शुल्क नहीं देना होगा. कंपनियों के बिल का भुगतान राज्य सरकार करेगी, ऐसी जानकारी राज्य स्वास्थ्य सेवा के आयुक्त डॉ. धीरज कुमार ने दी.