* डीसीपी साली के कक्ष में लगी क्लास
अमरावती/दि.13- 100 से अधिक अनाथ बच्चों के दशकभर से पालन-पोषण कर पूरे प्रदेश में विख्यात शंकर पापलकर उर्फ शंकर बाबा ने आज दोपहर डीसीपी विक्रम साली के कक्ष में किन्नरों को अनाथ बच्चों के पालन-पोषण के टीप्स दिए. अपने अनुभव को बांटते हुए खास अंदाज में बोलते-बोलते शंकर बाबा कई अवसरों पर भावुक भी हो गए थे. इस समय डीसीपी साली के संग खोलापुरी गेट के थानेदार पंकज तामटे, फ्रेजरपुरा के थानेदार गोरखनाथ जाधव व लिपिक देवानंद भोजे आदि भी थे. डीसीपी और दोनों थानेदारों ने शंकरबाबा का स्नेहिल स्वागत सत्कार किया. पुलिस आयुक्ताल में डीसीपी का कक्ष कुछ अलग ही ढंग से परिवर्तित हो गया था. उल्लेखनीय है कि किन्नरों के हाल ही में हुए राष्ट्रीय स्तर के सम्मेलन में किन्नर नेहा गुरु और सोनाबुआ गुरु ने एक बच्ची के पालन-पोषण का दायित्व स्वीकार किया. डीसीपी साली ने उस बच्चे के शिक्षा की जिम्मेदारी कबूल की. इसी कडी में आज अनाथों के नाथ बने और संगाबा अमरावती विवि से डीलीट की उपाधी प्राप्त शंकर बाबा पापलकर का मार्गदर्शन रखा गया.
* सरकारी मार्गदर्शक तत्व
शंकर बाबा ने किन्नर सोना गुरु और नेहा गुरु को बतलाया कि बच्चे के पालन-पोषण में सरकारी मापदंडों का पालन करना पडता है. इसके लिए आवश्यक मार्गदर्शक तत्व है. उस हिसाब से कार्य करे तो आसान भी रहता है और शासकीय मदद भी प्राप्त होती है. उन्होंने किन्नरों को ट्रस्ट बनाने एवं कार्यकारिणी गठित करने का सुझाव दिया. ऐसे ही 5 एकड जमीन लेने के भी निर्देश दिए. अपने तजुर्बे से शंकर बाबा ने उचित मार्गदर्शन किया. उन्होंने कहा कि समाज व्दारा ठुकराए गए बच्चों की संख्या बढ सकती है. ऐसे में उनका भरण-पोषण बडा जिम्मेदारी का काम है और भी लोग आ सकते है. इसलिए व्यापक तैयारी से काम किया तो भविष्य में बेहतर रहेगा. दोनों किन्नर प्रतिनिधियों सोना गुरु एवं नेहा नायक गुरु ने शंकर बाबा के मार्गदर्शन के लिए आभार व्यक्त किया. उल्लेखनीय है कि धर्मदाय कॉटन फंड कमेटी के प्रांगण में किन्नर का अ.भा. मंगलमुखी सम्मेलन अद्बितीय रहा है.