अमरावती/प्रतिनिधि दि.१५ – खरीफ नियोजन को लेकर जिले की पालकमंत्री एड.यशोमती ठाकुर की अध्यक्षता में ऑनलाइन समीक्षा बैठक हुई. इस बैठक में जिले के पूर्व पालकमंत्री व विधायक प्रवीण पोटे पाटिल ने किसानों की समस्याएं रखी. इस समय उन्होंने कुआं योजना, कर्ज वितरण, बिजली कनेक्शन, बीज खाद की अव्यवस्था, कर्जमाफी समेत शासकीय योजनाओं की अवस्था को लेकर दबाव बनाया. उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी किसानों को कर्ज के लिए बैंकों के चक्कर न काटने पडे. इसके लिए तत्काल सुविधा उपलब्ध कराने की मांग भी उन्होंने की.
पूर्व मंत्री प्रवीण पोटे ने पोकरा, एमआरजीएस, पंचायत समिति अंतर्गत किसानों को नये कुएं तो मंजूर कराये गए, लेकिन इन कुआेंं की खुदाई अभी तक नहीं हो पायी और ना ही उन्हें बिजली कनेक्शन मिल पाया. उसके लिए एमईसीबी का भी कोई नियोजन नहीं है. 24 घंटे बिजली नहीं रहने से किसानों को सोलर पंप की सुविधा उपलब्ध कर देने की मांग प्रवीण पोटे पाटिल ने की है.
इस बैठक में जिला परिषद अध्यक्ष व राज्यमंत्री ने किसानों को पहले कर्ज होने के बावजूद दूसरा कर्ज अदा करने का विश्वास दिलाया था, लेकिन गत वर्ष बैंकों ने किसानों को वापस भेज दिया था. यदि इस वर्ष भी वैसी ही स्थिति पायी जाती है तो यह किसानों के लिए चिंता का विषय रहेगा. गत वर्ष मुंग, उडद, सोयाबीन फसल का जो नुकसान हुआ है, उसकी नुकसान भरपाई अभी तक किसानों को नहीं मिली. यह नुकसान भरपाई जल्द से जल्द देने की मांग भी पोटे पाटिल ने इस समय की.
-
बीज और खाद की कालाबाजारी न हो
बेमौसम बारिश के कारण सोयाबीन का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है. ऐसे में यदि किसानों को बीज और खाद की कालाबाजारी का सामना करना पडता है तो यह खेद जनक बात है. इसलिए किसानों ने भी पक्की रसीद के साथ ही खाद बीज लेने के आदेश कृषि विभाग ने देने चाहिए. साथ ही बोगस बीज, खाद बेचने वालों पर कार्रवाई होना जरुरी है. इस समय उन्होंने कितने कंपनियों के खिलाफ मामले दर्ज किये है, उसका लेखाजोखा भी मांगा. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कृषि कार्यालय केवल कागजों पर आंकडे दिखाने की बजाय कितने किसानों को लाभ मिल पाया है, यह स्पष्ट करे.