* कर्म ही पूजा है जीवन सिध्दांत
अमरावती/दि.6– बडनेरा रोड के दादावाडी संस्थान समीप के ठेले पर सभी प्रकार के मौसमी फल आपको किफायती दाम पर बिल्कुल ताजा मिल जाते हैं. यह ठेला किशोर कांबले और उनके जवाई सुभाष तायडे संचालित करते हैं. किशोर कांबले ने अमरावती मंडल को बताया कि ताजा फलों से बेहतर आहार कोई नहीं. इसलिए वे प्राइवेट जॉब करने के साथ लोगों को साधारण मूल्य पर अच्छे और ताजे फल उपलब्ध करवातें हैं. यहां 5-6 वर्षो से फलों का ठेला लगानेवाले कांबले की अभिलाषा अपने बच्चों आराध्या और कृष्णा को अच्छी शिक्षा दिलाकर बडा व्यक्ति बनाना है. उनके दोनों भांजे सिध्दार्थ और आदित्य इंजीनियर बनने की राह पर हैं.
* सबेरे से कामकाज
लाकडाउन के बाद से किशोर रमेश कांबले ने फलों का धंधा अपनाया. बडनेरा रोड पर जैन समाज के प्रसिध्द मंदिर दादावाडी के बाहर वे अपना फलों का ठेला लगाते हैं. सभी प्रकार के सीजनल फ्रूट उनके ठेले पर उचित दाम पर रहने से नित्य के कई ग्राहक जुड जाने की बात कांबले बताते हैं.
* फ्रीजर नहीं, ताजे फल
किशोर कांबले ने बताया कि वे रोज तडके मंडी जाकर ताजे फल लाते हैं. उन्हें उसी रूप में अपना मुनाफा जोडकर विक्री करते हैं. उनके पास डीप फ्रीजर जैसी सुविधा नहीं. इसका उन्हें फायदा ही हैं. ताजे फल लाकर ताजे ही ग्राहकों को उपलब्ध करवाते हैं. जिससे ग्राहक भी खुश होते हैं. उनके कहे दाम सहर्ष देते हैं.
* बेंबला के मूलनिवासी
किशोर कांबले दर्यापुर के बेंबला के मूल निवासी है. परिवार में मां येणूबाई, पत्नी प्रतिभा, दो बच्चे, बहन ललिता, जवाई सुभाष तायडे हैं. उनके भाई पुलिस में हैं. झेंडा चौक, राजापेठ में रहनेवाले किशोर कांबले ने बताया कि बच्चों को पढाना हैं. वे दोपहर तक फलों का धंधा करने के बाद दोपहर से रात तक शहर की प्रसिध्द होटल में काम करते हैं.