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सुसाइड नोट में लिखा ‘मला कुणी समजून घेत नाही’

14 वर्षीय बालिका ने खुद को लगाई फांसी

* नांदगांव खंडेश्वर के ओंकारखेडा की दिलदहलाने वाली घटना
नांदगांव खंडेश्वर/ दि.13- नांदगांव खंडेश्वर शहर के ओंकारखेडा परिसर में रहने वाली एक 14 वर्षीय बालिका ने पहले एक सुसाइड नोट लिखा. उसमें ‘मला कुणी समजून घेत नाही’ ऐसा उल्लेख करने के बाद लडकी ने अपने घर में कोही नहीं रहते समय ओढनी के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद परिसर में अलग-अलग तरह की चर्चाएं शुरु है.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आत्महत्या करने वाली बालिका के पिता खेत में गए थे. छोटी बहन भी घर से बाहर कई गई थी. मां काम करने के लिए गई हुई थी. जब बालिका की मां घर लौटी तो 14 वर्षीय बालिका छत में लगे फंखे से बंधी ओढणी के सहारे फांसी के फंदे पर झूलती हुई दिखाई दी. पडोसियों की सहायता से उसे ग्रामीण अस्पताल ले जाया गया, परंतु डॉक्टर ने उसकी जांच करने के बाद मृत घोषित किया. वह बालिका कक्षा 9 वीं की छात्रा थी. नांदगांव पुलिस ने घटनास्थल का पंचनामा कर लाश पोस्टमार्टम के लिए यवतमाल के स्वर्गीय वसंंतराव नाईक सरकारी अस्पताल में रवाना की. मौके पर थानेदार हेमंत ठाकरे पहुंचे थे. पुलिस ने फिलहाल आकस्मिक मौत का मामला दर्ज कर मामले की तहकीकात पुलिस उपनिरीक्षक प्राजक्ता नागपुर व हेडकाँस्टेबल विवेक राणे कर रहे है.

सुसाइड नोट में कुछ महत्वपूर्ण नहीं लिखा
लडकी ने मृत्यु से पूर्व लिखी सुसाइड नोट पुलिस के हाथ लगी है. उस सुसाइड नोट में लडकी ने ‘मला कुणी समजून घेत नाही’ केवल इतना ही लिखा है. इसका कोई महत्वपूर्ण अर्थ नहीं निकल रहा. फिलहाल पुलिस इस मामले की तहकीकात कर रही है.
– हेमंत ठाकरे, थानेदार, नांदगांव खंडेश्वर

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