* अटक जाती कई बार लोगों की सांस
अमरावती/दि.21– पंजीयन और मुद्रांक शुल्क विभाग की रजीस्ट्री प्रणाली में सर्वर की गति कम रहने अथवा सर्वर डाउन होने की समस्या ने फिर सिर उठा लिया है. गत 4-5 दिनों से यह समस्या आ रही है. जिससे दस्त पंजीयन का काम धीमी गति से हो रहा है. लोग परेशान हो रहे हैं. उसी प्रकार सवाल भी उठा रहे कि सरकार को इस विभाग से अरबो रुपए का राजस्व प्राप्त होने पर भी तकनीकी खामी दूर क्यों नहीं की जाती?
* अटक जाती है सांस
दस्त पंजीयन के लिए आए लोगों की सांस उस समय ठहर जाती है, जब लेन-देन हो जाता है और पंजीयन के समय सर्वर में बिगाड आता है. जिससे वह समय सभी के लिए बडा दिक्कतवाला होता है. कई लोगों को घंटो इंतजार के बाद भी काम नहीं हो पाता तथा बार-बार चक्कर काटने पडते हैं. बता दें कि टैक्स और शुल्क में कटौती के कारण महिलाओं के नाम पर भी बडे प्रमाण में संपत्ति की खरीदी-बिक्री हो रही है. जिससे दस्त पंजीयन के लिए उन्हें निबंधक के सामने उपस्थित रहना पडता है और सर्वर डाउन होने से या उसकी रफ्तार कम होने से परेशानी होती है.
* सरकार क्यों ध्यान नहीं दे रही
अमरावती मंडल ने प्रत्यक्ष रुप से पंजीयन कार्यालय का मुआयना किया. वहां अनेक लोग सर्वर ठिक होने का इंतजार करते देखे गए. उन्हीं लोगों ने चर्चा करने पर सवाल उठाया कि, कलेक्टर अथवा सरकार तकनीक की इस खराबी को स्थायी रुप से दूर क्यों नहीं करती. जबकि इसी पंजीयन के कारण सरकार की तिजोरी में अरबों रुपए हर वर्ष जमा होते हैं. एक नागरिक ने कहा कि गडबडी पुणे स्थित संचालनालय की बताई जाती है. पुणे में वह समस्या हल क्यों नहीं की जा रही.
* तकनीक से दुनिया बदलने का दावा
कुछ लोगों ने यह भी मुद्दा उठाया कि एक ओर प्रधानमंत्री तकनीक से दुनिया बदलने का दावा करते हैं. राज्य में डबल इंजिन सरकार है. आईटी सेक्टर को सरकार प्रोत्साहन देने का दावा करती है. फिर उस विभाग की अनदेखी क्यों की जा रही जो सरकार को रोज करोडों की कमाई दे रहा है. सर्वर खराबी का स्थायी हल ढूंढने की मांग उन्होंने की.