अमरावती

माली समाज विकास के लिए एकता सेतू बनाने की जरूरत

श्रीकृष्ण बनसोड का कथन, ऋणानुबंध महाग्रंथ का लोकार्पण

अमरावती / दि. ३ -सर्वशाखीय माली समाज का परिचय सम्मेलन हालही में संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन में संपन्न हुआ. सम्मेलन में सर्वप्रथम क्रांतिसूर्य महात्मा ज्योतिराव फुले व क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले की प्रतिमा का पूजन किया गया. इसके पश्चात समता की मशाल प्रज्वलित कर प्राचार्य सुधीर महाजन के हाथों उद्घाटन हुआ. कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ.गणेश खारकर ने की. इस अवसर पर बबनराव पाटील प्रमुखता से उपस्थित थे. कार्यक्रम में संस्थापक संयोजक प्रा.श्रीकृष्ण बनसोड ने मार्गदर्शन करते हुए कहा कि, बीते २७ वर्षों से माली समाज ऋणानुबंध के माध्यम से सभी शाखा-उपशाखा संगठित हुई. विवाह इच्छुकों के लिए यह कल्पवृक्ष साबित हुआ. ऋणानुबंध माली समाज को एकता और विकास का सेतू बनाने वाला लोकाभिमुख अभियान है. इस अवसरपर ऋणानुबंध परिचय महाग्रंथ का लोकार्पण मान्यवरों के हाथों किया गया. इस समय प्रा.एन.आर.होले, वसंत भडके, मध्ाुकर आखरे, डी.एस.यावतकर, गोविंद फसाटे, नंदा बनसोड, हर्षा होले, शुभांगी यावतकर, सुनंदा आखरे का सम्मान किया गया. कार्यक्रम में विधायक बलवंत वानखडे, राजेंद्र आंडे, प्रा.सुभाष बनसोड, डॉ.बबनराव बेलसरे, प्रदीप खवले, डॉ.संजय खेरडे, अशोक दहिकर, प्राचार्य उषा नाल्हे, प्रा.गीता मडघे, डॉ.राजेंद्र ढोरे, प्रा.डॉ.संतोष हुशे, वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अनिल कुरलकर, राजेंद्र वाढोकर, मध्ाुकरराव वर्हेकर, ओमप्रकाश अंबाडकर, भरत खासबागे, सुरेखा वर्हेकर, युवानेता रवींद्र साबले उपस्थित थे.कार्यक्रम दौरान सुशांत चर्जन, प्रदीप चर्जन, उमेश उमप, दीपक लोखंडे, राजकुमार अडगोकर, हिरालाल कांडलकर, डॉ.स्वप्नील पाटील, मनोहर अंबाडकर, नंदकिशोर कांडलकर, प्रा.जयकुमार सोनटक्के, श्रीकांत मडघे, विलास श्रीखंडे, नंदकिशोर खवले, सुरेश मेहरे, अंकुशराव कावलकर, प्रमोद बनसोड, संजय भेले, प्रभाकर भुसारी, विनोद खेरडे, राजेंद्र वाढोकर, चंद्रकांत मेहेत्रे, नंदकुमार जावरकर, सुधीर कांडलकर, पंकजराव दाभेरे, चंद्रकांत देवले, चंद्रकांत सुकलकर, डॉ.श्रीकांत लोंढे आदि मान्यवरों का भावपूर्ण सत्कार किया गया.

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