अमरावती

लालपरी में मामा-मामी निशुल्क और बहू हाफ टिकट!

मेलघाट के ८० गांव में ही पहुंचती हैं एसटी बस

परतवाडा डिपो में ७२ में से ५७ बसेस अच्छी
परतवाडा/दि.२४ – शासन ने ७५ वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिको को निशुल्क यात्रा तथा महिलाओ को टिकट मेेंं ५० प्रतिशत छूट दी हैं. इस का लाभ शहरी नागरिको को लेते आता रहा तो भी मेलघाट समेत जिले के अनेक ग्रामीण इलाको में बस फेरियां न होने से नागरिको को जेब से पैसे निकालने पड रहे हैं. मेलघाट में ३०० मे से २२० गांव में एसटी बस ही जाती न रहने की गंभीर अवस्था हैं. इस कारण योजना के लाभ के लिए एसटी बसो की संख्या बढाना आवश्यक हैं.
जिले में ग्रामीण इलाको में एसटी महामंडल का सबसे बडा डिपो परतवाडा में हैं. मध्यप्रदेश की सिमा पर स्थित इस डिपो से अमरावती, अकोला जिलास्तर पर तथा अचलपुर, धारणी, चिखलदरा, चांदुर बाजार, अंजनगांव, दर्यापुर, वरूड, मोर्शी में पूरा दिन बस फेरियां होती हैं. सास-ससुर निशुल्क, बहू हाफ टिकट ऐसी अवस्था हो गयी हैं. निजी बसो की तरफ जाने वाले यात्री अब इस छूट के कारण एसटी बस की तरफ आते रहे तो भी एसटी बस कबाड अवस्था में और उसकी संख्या काफी कम हैं. इस कारण एसटी बस की संख्या बढाई गई तो महामंडल को लाभ संभव हैं.
आदिवासी- ग्रामीण इलाके आज भी वंचित
मेलघाट में मानव विकास अंतर्गत ११ बसेस धारणी व चिखलदरा तहसील के ३०० से अधिक गांवो में से केवल ८० गांव में दौदडी हैं. इस कारण हजारो आदिवासियो के गांव में आज भी एसटी बस नहीं रहने की सच्चाई हैं. परतवाडा डिपो में उस प्रमाण में एसटी बस न रहने से आम नागरिको को निजी वाहन के अलावा दुसरा पर्याय नहीं हैं.
४ से ५ हजार महिलाओ ने लिया लाभ
७५ वर्ष कि आयु से अधिक वाले नागरिको को निशुल्क सफर योजना का लाभ दिया जा रहा हैं. इसके तहत केवल परतवाडा डिपो से हर दिन २ हजार नागरिक लाभ ले रहे हैं. इसके अलावा महिलाओ को ५० पतिशत टिकट में छूट दिए जाने के बाद ५ दिन में ४ ते ५ हजार महिलाओ ने इसका लाभ लिया हैं. आगामी दिनो में यह संख्या बढने वाली हैं.
अमरावती-अकोला समेत अनेक फेरी बंद
जिले के ग्रामीण इलाको में परतवाडा का बडा डिपो हैं. अमरावती के लिए १६ तथा अकोला के लिए १२ एसे २८ और ग्रामीण इलाको समेत मेलघाट की अनेक फेरीया बसेस के अभाव में बंद हैं. परिणाम स्वरूप यात्रियों को निजी और अन्य वाहनो की सहायता लेनी पड रही हैं. परतवाडा डिपो १४२ चालक व १२६ वाहक कार्यरत हैं. पांच शिवशाही मिलाकर ५७ बसेस हैं. २०१९ में कुल ७० बसेस थी. इस कारण वर्तमान में १५ से अधिक एसटी बसेस की आवश्यकता हैं. इसमे से ५ अमरावती में दुरूस्ती के लिए खडी हैं.
नई बसेस की मांग हैं
यात्रियों की संख्या बढी हैं. अमरावती-अकोला मार्ग की फेरियां कम हुयी हैं. मेलघाट की भी फेरियां बंद हैं. नई बस की मांग हैं. यात्रियों को असुविधा न हो इसके प्रयास किए जा रहे हैं.
जीवन वानखडे- आगार व्यवस्थापक, परतवाडा

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