* जागरण सचिव दिलीप इंगले का आरोप
अमरावती/ दि. 18– जागरण मित्र परिवार ब्राम्हणवाडा गोविंदपुर के सचिव दिलीप इंगले ने आज पत्रकार परिषद लेकर आरोप लगाया कि सिंचाई घोटाले की अप संपदा जप्ती में पुलिस और एसीबी की रिपोर्ट में परस्पर विरोधी जानकारी दी गई हैं. जिससे लगता है कि रिश्वत की रकम से चुनावी बाँड खरीदे गये. इस मामले में जिलाधिकारी कार्यालय और चुनाव आयोग मुंबई के पास की गई शिकायतों की रिपोर्ट देने का आवाहन किया गया है.
इंगले ने पत्रकारों को बताया कि सिंचाई घोटाले में पहली एफआईआर 26 नवंबर 2002 को राजापेठ थाने में दाखिल की गई थी. जिसमें अपराध क्रमांक 3232/ 02 दर्ज किया गया था. धारा 13 (1) (ई) सहित 13(2) भ्रष्टाचार प्रतिबंधक कानून और भादंवि धारा 109 व 3 व 4 अंतर्गत प्रकरण 6 जुलाई 2005 से न्याय प्रविष्ट है. 2 करोड 52 लाख 88 हजार की अप संपदा जप्त होने की जानकारी एसीबी के तत्कालीन अधीक्षक तडवी द्बारा दी गई लिखित जानकारी से मिलती है. 2009 में चुनाव आयोग से इस बारे में शिकायत की गई थी. सिंचाई घोटाले की अप संपदा जब्त नहीं किए जाने से चुनाव खर्च में राजकीय दलों का वह स्त्रोत बनी. युति सरकार के कार्यकाल में 30 करोड का घोटाला करने के मामले में पुलिस की प्राथमिकी में उपर उल्लेखित विवरण दिया गया है.
दिलीप इंगले ने बताया कि केद्रं और राज्य के चुनाव कार्यालय से 2014 में जानकारी मांगी गई. एसीबी के अधीक्षक घुले ने पत्र क्रमांक 168/ 2014 में जब्ती की जानकारी निरंक रहने की झूठी जानकारी दी. जब्त न की गई अपसंपदा से बोगस कंपनियों के माध्यम से चुनाव बाँड खरीदे जाने का आरोप किया गया हैं. प्रदेश के 33 ग्रामीण जिलो ं में 43 अरब रूपए की अपसंपदा से पैसे गिने जाने का दावा और आरोप इंगले ने लगाया. उन्होंने चुनाव निष्पक्ष कैसे ? यह सवाल उठाया.