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हम भाग्यशाली, महाउत्सव के होंगे साक्षी

जगद्गुरु श्री राम राजेश्वराचार्य जी ने व्यक्त की अपार प्रसन्नता

* नाम लिए बगैर कांग्रेस और शंकराचार्यो को ताना
अमरावती/दि. 12- जगद्गुरु तथा कौंडण्यपुर की रुख्मिणीपीठ के पीठाधीश प.पू. राम राजेश्वराचार्य जी महाराज ने अयोध्या में प्रभु रामचंद्र के प्राण प्रतिष्ठा उत्सव में उल्लास, उत्साह, उमंग के साथ सम्मिलित होने की घोषणा की. उन्होंने बताया कि उन्हें राम जन्मभूमि न्यास और विश्व हिंदू परिषद दोनों से सादर निमंत्रण प्राप्त हुआ है. वे अवश्य अनेक सदियों बाद आए इन क्षणों के साक्षी होंगे. स्वयं को भाग्यशाली मानते हैं कि वे उत्सव में सहभागी होने जा रहे हैं. जगद्गुरु ने यह बात गुुरुवार शाम अमरावती मंडल से कही. अमरावती मंडल और यूट्यूब चैनल मंडल न्यूज ने उन्हें प्राप्त विशेष निमंत्रण के विषय में यह संक्षिप्त बातचीत की.
* कांग्रेस पर किया तीखा प्रहार
जगद्गुरु राम राजेश्वराचार्य जी ने निमंत्रण मिलने के बावजूद प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में नहीं आने के कांग्रेस नेताओं के निर्णय की खिल्ली उडाई. उन्होंने कहा कि यह वहीं लोग है, जो मंदिर वहीं बनाएंगे, तारीख नहीं बताएंगे का नारा लगाते थे. अब जब मंदिर बनकर तैयार है, देशवासी प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के लिए आतुर है. ऐसे में कांग्रेस नेताओं का निमंत्रण को ठुकराना गलत है.
* शंकराचार्यो को भी नहीं छोडा
जगद्गुरु ने कुछ शंकराचार्य के राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा उत्सव से अपने आप को अलग रखने के निर्णय की भी आलोचना की. उन्होंने कहा कि शंकराचार्यो का नहीं आना उचित नहीं है. जगद्गुरु ने प्राण प्रतिष्ठा उत्सव को देश का, भारत वर्ष का सदियों में कभीकभार आने वाले अवसर की संज्ञा दी और कहा कि साधू-संत को सादर आमंत्रण दिया गया है. उन्हें अवश्य इन ऐतिहासिक उत्सव के साक्षी बनाना ही चाहिए.
* मर्यादा के सर्वोच्च प्रतीक
जगद्गुरु ने बतलाया कि उन्हें निमंत्रण मिला है. वे अत्यंत प्रसन्न है. यह बात किसी धर्म तक सीमित नहीं है. यह भारतवर्ष का उत्सव है. देश में मर्यादा के सर्वोच्च प्रतीक पुरुषोत्तम श्रीराम का उत्सव है. जिसमें सभी को उत्साहपूर्ण, उल्लासमय होकर सम्मिलित होना चाहिए. उन्होंने पुन: कहा कि यह कोई राजनीतिक या किसी दल विशेष का आयोजन नहीं है, बल्कि श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट का आयोजन है. अत: इसमें सभी को सहभागी होना ही चाहिए. 22 जनवरी को वहां नहीं जा सके तो अपने क्षेत्र, गृहनगर में उत्सव मनाए जाने की विनंती भी उन्होंने जन-जन से की.
* 19 को करेंगे प्रस्थान
प.पू. राम राजेश्वराचार्य जी ने बतलाया कि वे अपने सहयोगियों के संग बडे उत्साह, उमंग से 19 जनवरी को अयोध्या के लिए अमरावती से ही प्रस्थान करेंगे. उल्लेखनीय है कि जन्मभूमि न्यास ने जगद्गुरु के साथ-साथ क्षेत्र के 35 विशिष्ट जनों को सादर आमंत्रण दिया है. 22 जनवरी सोमवार को अयोध्या में सबसे बडा उत्सव आयोजित है.

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