अमरावती

मंगलाश्रीजी के मुखारविंद से संगीतमय श्री रामचरित मानस नवाह्न पारायण की शुरुआत

संत सीतारामदास बाबा पुण्यतिथि महोत्सव, विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन

अमरावती / दि.२३-सुश्री मंगलाश्री जी के मुखारविंद से संगीतमय श्री रामचरित मानस नवाह्न पारायण की शुरुआत गुरुवार से हुई. स्थानीय गोरक्षण के सामने एचवीपीएम के पास एकवीरा देवी मंदिर के पीछे कथा स्थल पर गुरुकृपा सत्संग समिति की ओर से १००८ संत सीतारामदास बाबा पुण्यतिथि महोत्सव निमित्त सुश्री मंगलाश्री का संगीतमय श्री रामचरित मानस नवान्ह पारायण का आयोजन किया है. ‘बाबा म्हारी पूजा अर्चना, कृपा कर स्वीकार करो, बाबा मेरे दर पे तेरे, आये हम उद्धार करो…, मन मंदिर में बस जाओ बाबा दर्शन पाऊ जीवन के…’ के साथ नाम स्मरण करते पारायण का प्रारंभ हुआ. गुरुवार २२ दिसंबर को धनराज लेन स्थित माहेश्वरी भवन राधाकृष्ण मंदिर से भव्य शोभायात्रा का निकाली गई. सर्वप्रथम पारायण के मुख्य यजमान प्रवीण करवा, सुनीता करवा की उपस्थिति में सुश्री मंगलाश्री के हाथों संत सीतारामदास बाबा का विधिविधान से पूजन किया गया.पश्चात यह यात्रा आरंभ हुई. शोभायात्रा सक्करसाथ परिसर से होते हुए जवाहर गेट, बर्तन बाजार, सरोज चौक, बापट चौक, श्याम चौक, राजकमल चौक से गांधी चौक मार्ग क्रमण करते हुए यात्रा कथा स्थल पर समाप्त हुई. कथा स्थल पर मुख्य यजमान प्रवीण व सुनीता करवा की उपस्थिति में तथा पंडित भागीरथ पाण्डेय के मंत्रोच्चारण में १००८ संत सीतारामदास बाबा की आरती एवं पारायण स्थल का पूजन किया गया.कथा स्थल पर शारदा ठाकरे, इंदू चौधरी, किरण मुंधडा, रेखा भूतडा, पुष्पा मुंधडा, सुरेखा पांगारकर, शर्मा, निशा जाजू, पूजा जांगीड, लीला शर्मा, लीलाबाई गोधनकर, कुसुम कालमेघ, शशि रोने, सारंगा रघुवंशी, कल्पना मेश्राम, वंदना देशामुख, कांताबाई कलंत्री, सुरेखा राठी के साथ आयोजन समिति के ओमप्रकाश चांडक, राजकुमार टवाणी, उमेशकुमार टावरी, संजय शाह, कमल सोनी, घनश्याम मालानी, सरला सिकची, जीजी ठाकुर, संगीता टवाणी, अर्चना देवडिया, उमा जाजू, सुधा जोशी, सत्यप्रकाश गुप्ता के अलावा अशोक जाजू, राधेश्याम राठी, ओमप्रकाश लढ्ढा, कैलास साहू, जयप्रकाश सारडा, जय जोशी, रवि कोलपकर, बाबा राऊत, रमेशचंद्र सोनी, दीपक मालू, सुरेखा राठी, पूजा सोनी, पूजा राठी, शांता लढ्ढा, अनुराधा वाडी, किरण मुंधडा, मीना अग्रवाल, पंकज मुंधडा, सुयोग भूतडा ने उपस्थित दर्ज कर अथक परिश्रम किए. कार्यक्रम का संचालन एवं प्रस्तावना सरिता सुशीर ने रखी.

राम नाम व कथा का महत्व समझाया
इस अवसर पर गुरुकृपा सत्संग समिती, ब्रज गोपिका मंडल, सीतारामदास बाबा भजनी मंडल द्वारा सुश्री मंगलाश्री का स्वागत एवं सत्कार किया गया. पश्चात संगीतमय रामचरित मानस नवान्ह पारायण की शुरुआत की गई. ‘नासे रोग हरे सब पीडा, जपत निरंतर हनुमंत वीरा…’ का नामस्मरण करते हुए नवान्ह पारायण में मंगलाचरण के साथ राम नाम व राम कथा का महत्व समझाया गया. पारायण का समापन कागभूशुंडी रामायण, हनुमान चालिसा, गुरुवंदना, बाबा की वंदना, रामायण व हनुमान की आरती से हुई.

रोजाना संत सीतारामदास बाबा का नामस्मरण
हर दिन पारायण से पूर्ण मंगलाचरण होगा. साथ ही संत सीतारामदास बाबा का नामस्मरण किया जाएगा. विशेष यह कि करीब 9 दिनों तक आयोजित रामचरित मानस नवान्ह पारायण में संपूर्ण श्रद्धाभाव से पारायण पढने वाले पारायणकर्ताओं को प्रोत्साहन पर पुरस्कारों से समिति द्वारा नवाजा जाएगा.

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