अमरावती

मांगलिक कार्य व्यवसायों को भी किया जाये अनलॉक

मंगलकार्य प्रसंग से जुडे व्यवसायियों ने की मांग

  • मंगल कार्यालय व लॉन, मंडप डेकोरेशन,

  • लाइटिंग, बैन्डबाजा व फोटो स्टुडिओ संचालकों की कृति समिती गठित

  • २७ से जन प्रतिनिधियों व अधिकारियों के घर-घर जाकर सौंपा जायेगा ज्ञापन

  • डेकोरेशन व्यवसायी पवन असोपा को सौंपी गयी कृति समिती की जिम्मेदारी

अमरावती प्रतिनिधि/दि.२४ – विगत पांच माह से कोरोना संक्रमण (Corona infection since last five months) के खतरे को देखते हुए जारी लॉकडाउन के चलते सरकार एवं प्रशासन द्वारा शादी-ब्याह जैसे मांगलिक प्रसंगों पर कई तरह के निर्बंध व प्रतिबंध लगाये गये है. जिनमें अनलॉक की प्रक्रिया के तहत अब तक किसी भी तरह की कोई छूट नहीं दी गई है. जिसकी वजह से इस तरह के आयोजनों पर निर्भर रहनेवाले मंगल कार्यालय व लॉन, मंडप डेकोरेशन, लाइटिंग, फोटो स्टुडिओ, कैटरिंग व बैन्डबाजा जैसे व्यवसायों के संचालक पूरी तरह से खाली बैठे हुए है और उन्हें विभिन्न आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड रहा है. ऐसे में सरकार व प्रशासन को चाहिए कि, अन्य व्यवसायों की तरह मांगलिक कार्य प्रसंगों से जुडे व्यवसायों को भी अपना काम करने की छूट दी जाये और मांगलिक कार्यों से संबंधित प्रतिबंधों को शिथिल किया जाये. इस आशय की मांग को लेकर आगामी २७ अगस्त से जिले के सभी जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों (Public representatives and administrative officials) के घर जाकर उन्हें ज्ञापन सौंपा जायेगा. इस आशय का निर्णय गत रोज मांंगलिक कार्य प्रसंगों से जुडे व्यवसायियों की बैठक में लिया गया. इस बैठक में एक कृति समिती का गठन भी किया गया. जिसमें समिती प्रमुख के पद पर असोपा डेकोरेशन के संचालक पवन असोपा को जिम्मेदारी सौंपी गयी है. समिती द्वारा मांग की गई है कि, प्रशासन द्वारा शादी-ब्याह के मंगल प्रसंगों में कम से कम ५०० लोगों की उपस्थिति को अनुमति प्रदान की जाये. इस प्रमुख मांग को लेकर अन्य कुछ मांगों के संदर्भ में आगामी २७ अगस्त से जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों के घर जाकर ज्ञापन सौंपने की शुरूआत की जायेगी. साथ ही आगामी ४ सितंबर को समूचे राज्य में प्रत्येक जिलाधीश कार्यालय के सामने मंडप डेकोरेशन व्यवसायियों द्वारा आंदोलन भी किया जायेगा.
गत रोज स्थानीय संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन की आर्ट गैलरी में अमरावती जिला डेकोरेशन एसोसिएशन तथा ऑल महाराष्ट्र राज्य टेन्ट वेलफेअर एसो(Amravati District Decoration Association and All Maharashtra State Tent Welfare Assoc). की अगुआई में इस बैठक का आयोजन किया गया था. जिसमें कृति समिती के नवनियुक्त अध्यक्ष पवन असोपा, स्वागत डेकोरेशन के संचालक विनोद राठी, अजमेरा डेकोरेशन के संचालक अनूप अजमेरा, रॉयल साउंड के संचालक रफीकभाई, डागा डेकोरेशन के संचालक विनोद डागा तथा क्षितीज पैलेस के संचालक रवि देशमुख आदि प्रमुखता से उपस्थित थे. इस बैठक के प्रारंभ में ऑल महाराष्ट्र राज्य टेन्ट वेलफेअर एसो. के अध्यक्ष दादूजी पुरोहित ने सभी उपस्थितों को संबोधित करते हुए कहा कि, लॉकडाउन काल के बाद प्रशासन द्वारा सभी व्यवसायों को चरणबध्द ढंग से अपना काम शुरू करने की अनुमति दी जा रही है, लेकिन शादी-ब्याह के लिए मंगल कार्यालय व लॉन तथा इसके साथ जुडे अन्य व्यवसायों को अब तक अनुमति नहीं दी गई है. ऐसे में मांगलिक कार्य प्रसंग पर निर्भर रहनेवाले सभी व्यवसायी पूरी तरह से खाली है और उन्हें जबर्दस्त आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड रहा है. इस समस्या की ओर ध्यान आकर्षित करने हेतु जिलास्तर के साथ-साथ प्रदेश स्तर पर भी तीव्र आंदोलन किया जायेगा. इस समय बैठक में उपस्थित सभी व्यवसायियों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए विगत तीन-चार माह से हो रही समस्याआें के संदर्भ में जानकारी दी. जिसमें अधिकांश का कहना रहा कि, व्यवसाय पूरी तरह से लॉकडाउन रहने के बावजूद उन्हें अपनी दूकानों का किराया व सरकारी टै्नस तो देना ही पड रहा है, साथ ही अपने यहां काम करनेवाले सभी लोगों का वेतन भी नियमित रूप से अदा करना पड रहा है. क्योंकि मांगलिक प्रसंगों से जुडे सभी व्यवसाय लगभग टीम वर्क की तरह किये जाते है. जिसके तहत हर एक व्यवसायी के पास दर्जनों लोग काम करते है. विगत पांच माह से इन सभी लोगों की जरूरतों को पूरा करना पड रहा है. लेकिन अब लगभग सभी की हिम्मत जवाब देने लगी है.
अत: अब यह जरूरी है कि, अन्य व्यवसायों की तरह मांगलिक कार्य से जुडे व्यवसायों को भी काम करने की अनुमति मिले. साथ ही मंगल कार्य प्रसंगों को लेकर जारी निर्बंध शिथिल किये जाये. जिसके तहत कम से कम ५०० लोगों को शादी-ब्याह में उपस्थित रहने की छूट मिलनी चाहिए. वहीं कृति समिती के अध्यक्ष पवन असोपा तथा डागा डेकोरेटर्स के संचालक विनोद डागा ने कहा कि, मांगलिक कार्य प्रसंगों पर आश्रित रहनेवाले व्यवसाय पूरी तरह से सिझनेबल तथा मुहूर्त पर आधारित होते है. आनेवाले समय में २८ नवंबर से १४ दिसंबर तक शादी-ब्याह के मुहूर्त है. पश्चात जनवरी व फरवरी माह में कोई मुहूर्त नहीं है. ऐसे में यदि प्रशासन द्वारा आज से ही नियमों को शिथिल किया जाता है, तो लोगबाग अपने घरों में आयोजित होनेवाले मंगल कार्य प्रसंगों को लेकर लॉन, मंगल कार्यालय, बैन्डबाजा, कैटरिंग व डेकोरेशन आदि की बुकींग करना शुरू करेंगे और सभी को कुछ काम मिल सकेगा.
इस बैठक में सर्वश्री देविदास गुल्हाने, मिलन बारबुध्दे, राजेश साहू, नवनीत साहू, राजू गुप्ता, जीतू मढिया, बंडू धोटे, राजेंद्र महाजन, निलेश ठाकरे, राजू गडqलग, सरताज भाई, लतीफ भाई, अमोल गुजरे, जीतू ठाकुर, पीयूष लड्ढा, उत्तमराव बनसोड, राजू ईसल, प्रतिक राठी, साहेबराव इसल, चेतन लोहिया, विनोद राठी, शुभम खंडेलवाल, अकिल खान, कपिल परमार, बंडू घोट, सुरेंद्र देशमुख, राजू देवडिया, आनंद हसवानी, जीतेंद्र मढिया, पुनित लड्ढा, पीयूष लड्ढा, निलेश राउत, जीवन भामकर, रोहित कपूर आदि सहित अनेकों व्यवसायी उपस्थित थे.

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