अमरावती

आम खाना भी हो सकता है खतरनाक

कैरियों को पकाने में धडल्ले से होता है रसायनों का प्रयोग

अमरावती/दि.13 – कैरियों को पकाकर आम बनाने के लिए व्यापारियों द्वारा इथेलिन स्प्रे सहित कैल्शियम कार्बाईड का प्रयोग जमकर किया जाता है. इसमें से सीमित पैमाने पर इथेलिन स्प्रे का प्रयोग स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं होता, किंतु कैल्शियम कार्बाईड के प्रयोग पर सरकार ने पाबंदी लगा रखी है, क्योंकि यह इंसानी शरीर व स्वास्थ्य के लिहाज से काफी खतरनाक होता है. परंतू इसके बावजूद कई व्यापारियों द्वारा आम को पकाने के लिए कैल्शियम कार्बाईड का धडल्ले से प्रयोग कर रहे है. ऐसे में इस तरह से पकाये गये आमों का खाने हेतु प्रयोग करना काफी हद तक हानिकारक व खतरनाक साबित हो सकता है.

इथेलिन स्प्रे के भी सीमित प्रयोग को अनुमति

जिले में इससे पहले कई स्थानों पर आमराई रहने के चलते बडे पैमाने पर गावरानी आम की पैदावार हुआ करती थी. वहीं अब आमराई की संख्या काफी घट गई है और आम की संकरित प्रजातियां आ गई है. जिन्हें पकाने हेतु इथेलिन स्प्रे का प्रयोग किया जाता है, लेकिन इसका प्रयोग भी सीमित प्रमाण में होना चाहिए और ज्यादा पैमाने पर इथेलिन स्प्रे का प्रयोग करने पर यह काफी हद तक खतरनाक साबित हो सकता है.

कार्बाईड के प्रयोग पर है बंदी

कैल्शियम कार्बाईड का खाद्य पदार्थों पर प्रयोग करने से मानवी शरीर व स्वास्थ्य पर विपरित परिणाम होता है. यह बात कुछ संशोधनों के जरिये सामने आने पर कैल्शियम कार्बाईड के प्रयोग पर बंदी लगा दी थी.

… तो हो सकती है कार्रवाई

इस समय बाजार में बिक्री हेतु उपलब्ध आमों को कैल्शियम कार्बाईड के जरिये ही पकाया जाता है. ऐसी शिकायतें बडे पैमाने पर सामने आती है. जांच के दौरान ऐसा पाये जाने पर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ तत्काल कार्रवाई हो सकती है, ऐसा अन्न व औषधी प्रशासन द्वारा कहा गया है.

इथेलिन की बोतल पर ‘डेंजर’ का निशान

इथेलिन स्प्रे के जरिये आम पकाने हेतु यद्यपि अनुमति दी गई है, किंतु उसका अतिप्रयोग भी इंसानी शरीर के लिए घातक है. इसकी बोतल पर इससे संबंधित निर्देश लिखे होते है और ‘डेंजर’ का निशान भी बना होता है.

50 फीसद आमों पर इथेलिन का प्रयोग

अमरावती के बाजारों में पहुंचनेवाले 50 फीसद आमों को इथेलिन का प्रयोग करते हुए पकाया जाता है. वहीं कई व्यापारियों द्वारा नियमों की अवहेलना करते हुए आमों को पकाने के काम में कैल्शियम कार्बाईड का भी प्रयोग किया जाता है.

  • आमों को पकाने हेतु इथेलिन के प्रयोग की यद्यपि अनुमति दी गई है. किंतु इसका अतिप्रयोग करना घातक साबित हो सकता है. इसके अलावा कैल्शियम कार्बाईड के प्रयोग पर तो पूरी तरह से पाबंदी लगायी गई है. ऐसे में यदि इसे लेकर कोई शिकायत मिलती है, तो संबंधितों के खिलाफ अन्न व औषधी प्रशासन द्वारा कडी कार्रवाई की जायेगी.
    – शरद कोलते
    सहायक आयुक्त, अन्न व औषधी प्रशासन

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