बेमौसम बारिश से आम रस की दावत हुई महंगी
जिले में आवक हुई कम

* जिले में आवक हुई कम
अमरावती/दि. २९– बेमौसम बारिश से आम के रस की दावत महंगी हो गई है. विदर्भ में गर्मियों में दामाद, सम्धन, तथा मेहमानों को आम रस की दावत के लिएइआमंत्रित करने की प्रथा है. इसी बहाने विवाहिताएं अपने मायके आती है और कुछ दिन रहती है. इस वर्ष बेमौसम बारिश के कारण जिले में आम की आवक सामान्य से कम है और सभी प्रकार के आमों के दाम २० रुपए से ५०० रुपए तक बढ़ने से इन दिनों आम का रस महंगा हो गया है.
देवगड हापूस आम की कीमतों में इस साल ५०० रुपये प्रति दर्जन की बढ़ोतरी हुई है. पिछले साल हापूस को एक हजार रुपये प्रति दर्जन मिल रहे थे. वर्तमान में यह आम १५०० रुपये प्रति दर्जन के भाव से मिल रहा है, फिरभी यह आम खास रहने से लोग खासतौर पर इसे खरीदते है. सामान्य परिवार में आम रस का स्वाद २०० रुपए किलो दर से मिलने वाले आंध्र हापूस से चखा जाता है. इसके साथही सुमेरी, बादाम, लालपट्टा, दशेरी, केसर यह आम भी उपलब्ध है. इस बार ग्रीष्मकाल में बारिश होन से आम को सुरक्षित रखने का प्रयास किया जा रहा है. क्योंकि आम पर पानी गिरने पर उस पर काले धब्बे पड़ जाते हैं. हालांकि स्वाद अच्छा रहने पर भी स्वाभाविक रूप से ऐसे आमों को खरीदने से इनकार करते हैं.
शहर में कोंकण, आंध्र प्रदेश से सर्वाधिक आम की आवक होती है. रोजाना कम से कम १० ट्रक आम पहुंचते हैं. इसमें ज्यादातर कच्चे आम होते हैं. फिर उनको पकाया जाता है. इस साल आम का स्वाद, आकार और गुणवत्ता के हिसाब से आम के दाम तय किए जा रहे हैं। प्रत्येक प्रकार के आम का एक अलग स्वाद और रंग होता है, इसलिए इसे ग्राहकों द्वारा बहुत पसंद किया जाता है.
* बेमौसम बारिश के कारण आवक कम
हर साल गर्मियों के दौरान आमों की भारी आमद होती है. उसकी तुलना में इस साल आवक कम होने से आम के दाम भी बढ़े हैं. हम भी कम मात्रा में आम मंगवा रहे हैं ताकि आम का रंग खराब न हो.
– जुबेर अहमद खान, आम व्यापारी
आम के प्रकार प्रति किलो दर पिछली दरें
सुमेरी १०० रुपए ८० रुपए
बदाम ८० ५० से ६० रुपए
दशेरी १२० ८० से १०० रुपए
आंध्र हापुस २०० १२० से १५० रुपए
लालपट्टा १०० ८० रुपए
केसर १२० ९० से १०० रुपए
देवगड़ हापूस
(दर्जन) रु. १५०० १००० रुपए