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अमरावती की यादों में हमेशा बने रहेंगे मनोहरपंत

सांस्कृतिक भवन सहित दूरदर्शन व आकाशवाणी केंद्र की दे गये है निशानियां

* वृद्धाश्रम व सैनिक स्कूल भी जोशी सर की संकल्पना से हुए थे साकार
अमरावती/दि.23 – राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री व भूतपूर्व लोकसभा अध्यक्ष मनोहर जोशी का आज मुंबई में निधन हो गया. जोशी सर के रुप मेें विख्यात मनोहरपंत जोशी के साथ अमरावती शहर सहित जिले की काफी यादे जुडी हुई है. महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री रहते समय मनोहर जोशी के हाथों अमरावती में सांस्कृतिक भवन की इमारत का भूमिपूजन हुआ था और आज सांस्कृतिक भवन की यह इमारत पश्चिम विदर्भ में सांस्कृतिक गतिविधियों का बेहद महत्वपूर्ण केंद्र बन चुकी है. इसी तरह लोकसभा अध्यक्ष रहने के दौरान मनोहरपंत जोशी ने अमरावती स्थित दूरदर्शन केंद्र में मेट्रो-2 का उद्घाटन करने के साथ ही अमरावती आकाशवाणी के रिले सेंटर का उद्घाटन किया था. इन दोनों स्थानों पर अमरावती से जुडी खबरों तथा यहां की कला संस्कृति से संबंधित जानकारियों का प्रसारण होता है. ऐसे में सांस्कृतिक भवन सहित मालटेकडी पर स्थित दूरदर्शन केंद्र के मेट्रो-2 फेज और विद्यापीठ के पास स्थित अमरावती आकाशवाणी केंद्र को दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी से जुडी यादें कहा जा सकता है. इसके साथ ही मनोहर जोशी ने ही अपने कार्यकाल के दौरान हर जिले में एक वृद्धाश्रम व एक सैनिक स्कूल शुरु करने का निर्णय लिया था. ऐसे में अमरावती के पास भानखेड रोड स्थित मातोश्री वृद्धाश्रम तथा चिखलदरा स्थित गुरुकुल सैनिक स्कूल को तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर जोशी की संकल्पना से साकार उपक्रम कहा जा सकता है.
पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी के मंत्रिमंडल का हिस्सा रहे तत्कालीन राज्यमंत्री व अमरावती के पूर्व पालकमंत्री जगदीश गुप्ता ने उनके साथ जुडी यादों को दैनिक अमरावती मंडल के साथ साझा करते हुए बताया कि, अमरावती में अपनी घनिष्ठ रिश्तेदारी रहने के चलते मनोहरपंत जोशी का अमरावती के प्रति विशेष अनुराग हुआ करता था और अमरावती शहर सहित जिले के विकास से संबंधित किसी भी फाइल को तत्कालीन सीएम मनोहरपंत जोशी द्वारा तुरंत मंजूरी दे दी जाती थी. यहीं वजह रही कि, मनोहरपंत जोशी के मुख्यमंत्रित्व कार्यकाल के दौरान जहां एक ओर सांस्कृतिक भवन के निर्माण हेतु 7 करोड रुपए की निधि को मंजूरी मिली. वहीं उन्होंने खुद अमरावती आकर सांस्कृतिक भवन के निर्माण स्थल का भूमिपूजन किया था.
* 1 रुपए में झुनका भाकर की लाई थी अनूठी योजना
– ऑनलाइन 7/12 भी जोशी सर की संकल्पना
इसके साथ ही पूर्व पालकमंत्री जगदीश गुप्ता ने पूर्व सीएम मनोहरपंत जोशी को राज्य के विकास हेतु पूरी तरह समर्पित व्यक्तित्व बताते हुए कहा कि, वे समाज के अंतिम घटक तक हर संभव लाभ पहुंचाने हेतु हमेशा प्रयासरत रहा करते थे. अपनी इसी सोच के तहत उन्होंने जहां एक ओर पूरे राज्य में महज एक रुपए में भोजन उपलब्ध कराने हेतु झुनका भाकर केंद्र शुरु करवाये थे. वहीं दूसरी ओर किसानों को बार-बार सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटने से बचाने हेतु ऑनलाइन 7/12 उपलब्ध कराने की योजना को मुर्त रुप से साकार करते हुए अमलीजामा पहनाना शुरु किया था. जिसका आज के डिजीटल युग में फायदा दिखाई दे रहा है. ऐसे में मनोहरपंत जोशी को अपने समय का दूरदृष्टा नेता कहा जा सकता है.
* मेलघाट से कुपोषण मिटाने थे पूरी तरह से प्रतिबद्ध
– सडकों का जाल बिछाने दिये थे 100 करोड रुपए
इसी तरह अमरावती जिले के पूर्व सांसद व शिवसेना नेता अनंत गुढे ने पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी के कार्यकाल से जुडी यादों को ताजा करते हुए बताया कि, अमरावती जिले के माथे पर लगे कुपोषण व बालमृत्यु के कलंक को मिटाने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर जोशी बेहद प्रतिबद्ध व गंभीर थे. अपनी इसी प्रतिबद्धता के चलते उन्होंने राज्य का मुख्यमंत्री रहते समय कई बार आदिवासी बहुल मेलघाट क्षेत्र के दौरे किये थे. यहां पर जमीनी हकीकत का जायजा लेने के दौरान जैसे ही उनके ध्यान में यह बात आई कि, मेलघाट के दुर्गम इलाकों में ढंग की सडके नहीं रहने की वजह से यहां पर स्वास्थ्य सेवा प्रभावी रुप से काम नहीं कर पाती, तो उन्होंने अपने मंत्रिमंडल में शामिल तत्कालीन सार्वजनिक लोकनिर्माण मंत्री नितिन गडकरी को साथ लेकर एक बार फिर मेलघाट क्षेत्र के दुर्गम ग्रामीण इलाकों का दौरा किया था और इस क्षेत्र में अच्छी सडके बनाने हेतु 220 करोड रुपए की निधि को मंजूरी देते हुए 100 करोड रुपए की निधि तुरंत आवंटीत की थी. जिससे इस क्षेत्र के कई ग्रामीण इलाकों तक अच्छी व पक्की सडके बनाई जा सकी थी. साथ ही इसी निधि के जरिए पीली नदी के उपर तथा हरिसाल में स्थित नदी पर पक्के पुल बनाए गए थे, जो आज भी इस क्षेत्र में आवाजाही के लिहाज से बेहद उपयोगी साबित हो रहे है. इसके अलावा मेलघाट क्षेत्र के मोथा में विंडपॉवर यानि पवन चक्की लगाने का काम भी मनोहर जोशी के मुख्यमंत्रित्व कार्यकाल के दौरान ही हुआ था. इसके साथ ही पूर्व सांसद अनंत गुढे ने पुरानी यादों को ताजा करते हुए बताया कि, राज्य का मुख्यमंत्री रहने के दौरान जब मनोहरपंत जोशी बुधवारा परिसर स्थित आजाद हिंद मंडल के कार्यक्रम में शामिल होने आये थे. तब उनके समक्ष अमरावती में एक सर्वसुविधायुक्त थिएटर व आर्ट गैलरी हेतु मंजूरी दिये जाने की मांग रखी गई थी और इस मांग को तत्कालीन सीएम मनोहर जोशी ने तुरंत मंजूरी प्रदान करते हुए प्रस्ताव भेजने हेतु कहा था. जिसके बाद मनपा द्वारा सांस्कृतिक भवन के निर्माण हेतु 7 करोड रुपए का प्रस्ताव भेजा गया था. जिसे मान्यता मिलने के बाद अमरावती में संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन साकार हुआ था.

* सबको साथ लेकर चलते थे पंत
पूर्व सीएम मनोहरपंत जोशी के कैबिनेट सहयोगी रहने वाले पूर्व राज्यमंत्री जगदीश गुप्ता ने उनके साथ जुडी अपनी यादों को ताजा करते हुए कहा कि, बेहद हसमुख व सुसंस्कृत रहने वाले मनोहरपंत जोशी हमेशा सभी को साथ लेकर चलने वाला स्वभाव रखते थे और वे सभी को न्याय देने का पूरा प्रयास करते थे. राज्य के समग्र विकास हेतु समर्पित मनोहरपंत जोशी समाज के अंतिम घटक तक विकास की मुख्यधारा को पहुंचाना चाहते थे. जिसके लिए उन्होंने अपने मुख्यमंत्रित्व कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये. उनके कार्यकाल के समय ही शारीरिक शिक्षकों के लिए पेंशन योजना को मंजूरी मिली. साथ ही विदर्भ वैधानिक विकास मंडल को नये सिरे से गतिमान करते हुए विदर्भ क्षेत्र का बैकलॉग दूर करने हेतु बडे पैमाने पर निधि उपलब्ध हो सकी. इसके अलावा तत्कालीन सीएम मनोहरपंत जोशी द्वारा ही हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल में क्रीडा प्रबोधिनी को मंजूरी दी गई थी.

* हमारे लिए सर के दरवाजे हमेशा रहते थे खुले
बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र के पूर्व विधायक ज्ञानेश्वर धाने पाटिल ने पूर्व सीएम मनोहर जोशी के साथ जुडी अपनी यादों को ताजा करते हुए बताया कि, जोशी सर उनके लिए हमेशा ही प्रेरक व मार्गदर्शक व्यक्तित्व रहे तथा वे जोशी सर की वजह से ही अपने निर्वाचन क्षेत्र में कई विकास कामों को सफलतापूर्वक पूरा कर पाए. खुद को जोशी सर के टॉप-3 विधायकों की सूची में शामिल बताते हुए पूर्व विधायक धाने पाटिल ने कहा कि, उन्हें जोशी सर से मिलने के लिए कभी भी समय लेकर नहीं जाना पडता था, बल्कि उनके लिए जोशी सर के दरवाजे हमेशा खुले रहते थे. इसके साथ ही पूर्व विधायक धाने पाटिल ने यह भी कहा कि, राजनीति में जोशी सर जैसा सभ्य, सुसंस्कृत व समय का पाबंद व्यक्ति मिलना आज के दौर में बेहद मुश्किल है.

* ‘ताउ’ को दिया था लोकसभा चुनाव लडने का ऑफर
विशेष उल्लेखनीय है कि, संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन का भूमिपूजन करने हेतु अमरावती के दौरे पर पहुंचे तत्कालीन सीएम मनोहर जोशी ने उस वक्त हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल के प्रधान सचिव प्रभाकरराव वैद्य को शिवसेना प्रत्याशी के तौर पर लोकसभा चुनाव लडने का खुला ऑफर दिया था. साथ ही यह आश्वासन भी दिया था कि, आप केवल हां कह दो, बाकी सब मैं संभाल लूंगा. किस्सा कुछ ऐसा था कि, सांस्कृतिक भवन के भूमिपूजन समारोह में हिस्सा लेने अमरावती पहुंचे तत्कालीन सीएम जोशी कैम्प परिसर स्थित होटल महफील इन में रुके हुए थे. जहां पर उनसे मिलने हेतु प्रभाकरराव वैद्य पहुंचे थे. जिनसे मुलाकात करते हुए मनोहर जोशी ने भूमिपूजन के लिए जाते समय उन्हें अपनी कार में बिठा लिया था और होटल महफिल इन से सांस्कृतिक भवन के नियोजित निर्माण स्थल तक पहुंचते-पहुंचते जोशी ने वैद्य के समक्ष लोकसभा चुनाव लडने की ऑफर भी रख दी थी. हालांकि प्रभाकरराव वैद्य ने राजनीति अपना क्षेत्र नहीं रहने की बात कहते हुए उस प्रस्ताव को सविनय ठूकरा दिया था.

* अमरावती मंडल के मुंबई कार्यालय का किया था उद्घाटन
पश्चिम विदर्भ क्षेत्र के अग्रणी हिंदी दैनिक अमरावती मंडल के साथ भी तत्कालीन सीएम मनोहर जोशी के घनिष्ठ संबंध रहे और जब दैनिक अमरावती मंडल ने मुंबई में अपना कार्यालय स्थापित किया था, तो उसका उद्घाटन भी मनोहर जोशी के हाथों ही हुआ था. मनोहर जोशी हमेशा ही दैनिक अमरावती मंडल में प्रकाशित सटीक व विश्लेषणात्मक खबरों का संज्ञान भी लिया करते थे और दैनिक अमरावती मंडल के संपादक मंडल को कई बार मनोहर जोशी से कुछ महत्वपूर्ण सुझाव भी मिलते रहे.

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