मनोज सोनी हत्याकांड की हो सघन जांच
भाजपा शहर ईकाई ने सौंपा सीपी रेड्डी को ज्ञापन
अमरावती/दि.6 – तीन दिन पूर्व तारखेडा परिसर में मनोज सोनी नामक युवक की पेट, गले व छाती पर चाकू घोंपकर निमर्मतापूर्वक हत्या की गई थी. यद्यपि पुलिस द्बारा इस हत्याकांड के पीछे दुपहिया वाहन की टक्कर लगने को लेकर हुए विवाद को वजह बताया जा रहा है. लेकिन क्षेत्र में चल रही चर्चाओं के मुताबिक मनोज सोनी की हत्या लवजेहाद की वजह से की गई तथा इस मामले में मुख्य आरोपी कोई और है. जिसने सुपारी देकर मनोज सोनी की हत्या करवाई थी. ऐसे में इस हत्याकांड की सघन जांच की जानी चाहिए. इस आशय की मांग भाजपा की शहर जिला ईकाई द्बारा पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी को सौंपे गए ज्ञापन में की गई.
भाजपा शहराध्यक्ष किरण पातुरकर की अगुवाई में आज एक प्रतिनिधि मंडल ने सीपी रेड्डी से मुलाकात करते हुए कहा कि, जनभावनाओं का विचार करते हुए योग्य दिशा में जांच कर हत्या की मुख्य वजह और मुख्य सूत्रधार को खोजकर आरोपियों को कडी से कडी सजा दिलाई जानी चाहिए. अन्यथा इस मामले की जांच भी एनआईए द्बारा कराए जाने की मांग उठाई जाएगी.
ज्ञापन सौंपते समय भाजपा पदाधिकारी जयंत डेहनकर, गजानन देशमुख, प्रवीण वैश्य, राजेंद्र मेटे, रुपेश दुबे, राजेश गोफणे, मिलिंद बांबल, राजेश आखेगांवकर, अजिंक्य असनारे, सुधीर बोपुलकर, हरिश सावरकर, संजय आठवले, राजेश किटूकले, शुभम पांढरे, गणेश गवली, आशीर्वाद गौड, रविकिरण कोल्हे, सचिन डाफे आदि उपस्थित थे.
* लवजेहाद में अडंगा डालने से हुई मनोज की हत्या
– सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने लगाया गंभीर आरोप
वहीं दूसरी ओर राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने तारखेडा परिसर स्थित सोनी परिवार के निवासस्थान को भेंट दी. जिसके बाद मीडिया के साथ बातचीत में डॉ. बोंडे ने कहा कि, मनोज सोनी यह विश्व हिंदू परिषद का कार्यकर्ता था तथा हिंदू समाज के सभी पर्व एवं त्यौहारों सहित सार्वजनिक कार्यक्रमों में बढ-चढकर हिस्सा लेता था. मनोज सोनी की हत्या किसी छोटे-मोटे कारण की वजह से नहीं की गई है. बल्कि वह लवजेहाद जैसे मामलों को उजागर करने के साथ ही ऐसे मामलों में फंसी हिंदू लडकियों को बाहर निकालने का काम करता था. जिसकी वजह से उसका प्री-प्लान्ड मर्डर किया गया है. ऐसे में पुलिस ने इस बात को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच करना चाहिए. सांसद डॉ. बोंडे ने कहा कि, गत वर्ष उमेश कोल्हे की हत्या के बाद भी अमरावती शहर पुलिस ने पैसों की छीना-झपटी तथा पुराने आर्थिक लेन-देन की वजह से हत्या होने का निष्कर्ष निकाला था. जिसे आगे चलकर केंद्रीय जांच एजेंसियों ने गलत साबित कर दिया था. ऐसे में पुलिस को चाहिए कि, मनोज सोनी हत्याकांड की असल वजह को खोजकर निकाला जाए.