मानोरी दोहरा हत्याकांड मामला चलाए फार्स्ट ट्रैक कोर्ट में
मांग को लेकर वकील संघ ने निकाली रैली
हजारों की संख्या में हुए वकील शामिल
अमरावती/दि.30 – अहमदनगर जिले के राहुरी गांव में एड. मनीषा व एड. राजाराव आढाव नामक वकील दम्पति की विगत 25 जनवरी को निर्मम हत्या कर दी गई थी. साथ ही उनके शवों को कुएं में फेंक दिया गया. इस वकील दम्पति की हत्या उनके ही एक पक्षकार द्वारा किये जाने की जानकारी सामने आयी और पता चला कि, अपराधिक प्रवृत्ति वाले इस पक्षकार ने वकील दम्पति से 5 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी. जिसे देने से इंकार करने पर उन्हें बुरी तरह प्रताडित करते हुए मौत के घाट उतार दिया गया. इस घटना के सामने आते ही समूचे राज्य के वकीलों में आक्रोष का माहौल है तथा जगह-जगह पर वकीलों द्वारा निषेध प्रदर्शन किया जा रहा है. इसी के तहत आज अमरावती जिला वकील संघ द्वारा भी अदालत परिसर में निशेष प्रदर्शन करने के साथ ही जिलाधीश कार्यालय पर निषेध रैली का आयोजन किया गया तथा जिलाधीश को ज्ञापन सौंपते हुए डॉक्टरों की तरह ही वकीलों के लिए भी संरक्षण अधिनियम लागू किये जाने की मांग उठाई थी.
आज मंगलवार को वकील संघ की ओर से पुराने बार कार्यालय से निकाला गया मोर्चा गेट क्रमांक 1 से गुजरता हुए जिला परिषद के सामने से जिलाधिकारी कार्यालय तक पहुंचा. जहां जिलाधिकारी को सौंपे निवेदन में कहा गया कि अहमदनगर जिले के राहुरी तहसील स्थित मानोरी गांव में वकीली पेशा करने वाले दंपत्ती एड. राजाराम आढाव व उनकी पत्नी एड. मनीषा राजाराम आढाव की आरोपियों व्दारा कोर्ट परिसर से अपहर किया गया. जिसके बाद वकील दंपत्ती की निघृण हत्या कर दी गई और सबुतों को छुपाने का प्रयास करते हुए वकील दंपत्ती के शव को छुपाने का प्रयास किया गया. इस प्रकरण में अपराध शाखा व्दारा जांच करना बहुत ही जरुरी है. वही अपराधियों पर फार्स्ट ट्रैक कोर्ट में मामला चला कर अपराधियों को कडी सजा दिए जाने की मांग जिला वकील संघ की ओर से की गई. वकील संघ की ओर से मांग करते हुए कहा गया कि इस हत्याकांड मामले के बाद 29 जनवरी को अमरावती जिला वकील संघ व्दारा आमसभा का आयोजन किया गया, जिसमें सर्वसम्मती से यह मांग उठाई गई कि वकीलों पर हो रहे हमले को रोकने के लिए वकील संरक्षण कानून तत्काल मंजुर किया जाए और इस मामले को महाराष्ट्र राज्य के गृहमंत्री तक पहुंचाया जाए. इस समय वकील संघ के अध्यक्ष एड. शिरीष जाखड, सचिव एड.उमेश कोल्हे,एड. नीता टिखीले, एड. अभिषेक निस्ताने, एड. रासीका उके, एड. सुदर्शन पिंपलगांवकर, एड. पियुष डहाके, एड. पंकज यादगीरे, एड. कुशाल कारवा, एड. किरन यावले, एड. भुमिका वानखडे, पुर्व अध्यक्ष एड. शोएब खान, एड. विश्वास काले, राजेन्द्र गवली, एड. प्रशांत देशमुख, एड. शब्बीर हुसैन, एड. नासीर शाह, एड. बबलु देशमुख, एड. राहुल देशमुख, एड. अतुल चुटके, एड. रुपेश सवई, एड. एस.आर. लोणे, एड. मुर्तुजा, एड.निलेश गावंडे, एड. सोनु उदासी, एड. अनिरुध्द लढ्ढा, एड. सचिन मोरे सहित हजारों की संख्या में वकीलों ने उपस्थिती दर्ज कराई.
दिन भर रही वकीलों की कलम बंद
मनोरा में हुए वकील दम्पत्ती के दोहरे हत्याकांड के निषेधार्थ आज जिला न्यायालय में सभी वकीलों ने कलम बंद आंदोलन का ऐलान करने से दिन भर न्यायालयीन कार्य बंद रहे. वकीलों के इस काम बंद आंदोलन को न्यायालय के सभी जजों व पक्षकारों ने भी सहयोग दिया.