अमरावती/दि.24- निर्माण तथा संबंधित कामों के लिए लगने वाली निर्माण अनुमति जो पहले ऑटो डीसीआर प्रणाली के माध्यम से दी जाती थी. उसे अब बंद कर दिया गया है. ऑटो डीसीआर प्रणाली के स्थान पर अब बिल्डींग प्लॉन मैनेजमेंट सिस्टीम के माध्यम से सभी निर्माण अनुमतियां प्रदान होगी. इस प्रणाली के तहत अब तक 16 मामले दाखिल किये गये है.
1 जनवरी से मनपा में ऑटो डीसीआर पूर्ण रुप से बंद कर दिया गया है. इसके स्थान पर बीपीएमएस सिस्टम शुरु किया गया है. इस नई प्रणाली से बिल्डरों के साथ ही अन्य संबंधितों का भी सिरदर्द कम होगा. इससे पहले निर्माण के नकाशे मंजूर करना, लेआउट को अनुमति देना भूखंडों का विलगीकरण, एकत्रिकरण तथा विभाजन आदि काम ऑटो डीसीआर के तहत किये जाते थे. राज्य में अन्य महानगरपालिका तथा नगरपालिकाओं में यह प्रणाली चलाने के नियम अलग-अलग रहने से हर स्थान की प्रणाली अलग थी. समान प्रणाली नहीं रहने से काफी दिक्कतों का सामना करना पडता था. जिससे अब मनपा में भी ऑटो डीसीआर के स्थान पर बीपीएमएस के माध्यम से निर्माण अनुमतियां जारी करना शुरु किया गया है.
* आयुक्त के डिजिटल हस्ताक्षर
बीपीएमएस प्रणाली के माध्यम से निर्माण अनुमति के लिए दाखिल मामले की जांच करने के बाद तुरंत निर्माण अनुमति प्रदान होगी. यह प्रणाली पूर्ण रुप से ऑनलाइन है. आवेदक को अपना लॉगिन कर रजिस्ट्रेशन करना होगा. उसके बाद उसे अपने आवेदन को लेकर समय-समय पर जानकारी मिलते रहेगी. इन अनुमतियों पर मनपा आयुक्त के डिजिटल हस्ताक्षर रहेगे.
* अनुमतियों की रफ्तार बढेगी
ऑटो डीसीआर के स्थान पर बीपीएमएस पोर्टल से निर्माण अनुमतियां बहाल किये जाने से अनुमतियों की रफ्तार बढेगी. जल्द से जल्द मामलों की जांच, स्क्रूटिनी प्रक्रिया पूर्ण कर निर्माण अनुमति बहाल होगी, ऐसी जानकारी मनपा आयुक्त डॉ. प्रविण आष्टीकर ने दी.
* शिकायतों में कमी आएंगी
अब तक महानगरपालिका में निर्माण अनुमतियों के लिए ऑटो डीसीआर प्रणाली का इस्तेमाल होता था. जिसमें कई शिकायतें लगातार मिलते रहती थी. कई बार तो ऑटो डीसीआर का सॉफ्टवेअर ही काम नहीं करता था. जिससे आवेदकों को परेशानियों का सामना करना पडता, लेकिन अब बिल्डींग प्लॉन मैनेजमेंट सिस्टिम के चलते नागरिकों को शिकायतें करने का मौका ही नहीं मिलेगा. आगामी कुछ दिनों में यह पोर्टल पूर्ण क्षमता से काम करना शुरु कर देगा.