40 साल में पहली बार मनपा आयुक्त ने की पहल
महिला प्रसाधन, सौलर प्लांट, होटल वेस्ट मैनेजमेंट को प्राधान्य
* संपादक, पत्रकारों से बजट पूर्व महत्वपूर्ण चर्चा
अमरावती/दि.17- 1983 में स्थापित अमरावती मनपा के इतिहास में आयुक्त व्दारा प्रशासक के रुप में अर्थ संकल्प प्रस्तुत करने से पहले शहर के कलमनवीसों से चर्चा करने का कार्य डॉ. प्रवीण आष्टीकर ने आज कर दिखाया. उन्होंने अमरावती के अग्रणी पत्रकारों से शहर संबंधी विषयों और नई योजना एवं कल्पनाओं पर सुझाव लिए. इन सुझावों पर ध्यान देने का अभिवचन दिया. उसी प्रकार बजट में भी कुछ विशेष प्रावधान करने का वादा किया. अमरावती की दृष्टि से मार्केट क्षेत्र में महिला प्रसाधन, झोन निहाय सौलर प्लांट, होटल वेस्ट मैनेजमेंट और नई बस्तियों में नागरी सुविधाएं करने पर नीतिगत निर्णय को वरिर्यता देने की बात भी आयुक्त डॉ. आष्टीकर ने कही. पत्रकारों के साथ उनके मनपा कार्यालय में चौथे मजले पर बने कक्ष से सटे सभागार में लगभग डेढ घंटा यह चर्चा हुई. उन्होंने आरंभ में ही स्पष्ट कर दिया था कि, आज वे कोई प्रश्न का उत्तर नहीं देंगे. सुझाव का स्वागत है. आयुक्त ने स्वयं तकरीबन सभी सुझाव और पाइंट नोट किए.
* अनेक मुद्दों पर मिली सलाह
आयुक्त एवं प्रशासक के रुप में हाल के वर्षो में पहली बार मनपा का अर्थ संकल्प प्रस्तुत होना है. इस दृष्टि से डॉ. आष्टीकर ने शहर के पत्रकारों को आमंत्रित किया था. उन्होंने सभी को शहर एवं शहरवासी के हित में क्या और बेहतर हो सकता है इस बारे में मशविरा देने कहा था. उस हिसाब से नगर के पत्रकारों ने अनेकानेक विषयों पर काफी कुछ करने का स्कोप होने की तरफ प्रशासक डॉ. आष्टीकर का ध्यान आकृष्ट किया.
* स्वच्छता से लेकर स्मशान भूमि
शहर के अधिकांश भागों में साफ-सफाई की समस्या पत्रकारों ने अधोरेखित की. जिसे प्रशासक ने मान्य किया. यह जरुर कहा कि, स्वच्छता को लेकर शिकायतें आम है. स्ट्रीट लाइट और इसके लिए कोई शिकायत नहीं है. जिससे लगता है कि इस मामले में मनपा का काम अच्छा है और ज्यादातर नागरिक संतुष्ट है. भूमिगत गटर योजना, फुटपाथ, सीवेज ट्रिटमेंट, पार्किंग, सालिड वेस्ट मैनेजमेंट, मार्केट के भाडे, ऑटो रिक्शा स्टैंड, महिला प्रसाधन, मनपा शाला में स्पष्ट और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, जन्म-मृत्यु पंजीकरण का कार्यालय ग्राउंड फ्लोर पर लाने, झोन आफीस में अधिकांश कार्य की व्यवस्था करने, टैक्स संबंधी सुझाव और विलासनगर, चपराशीपुरा, शंकरनगर की भी स्मशान भूमि का समुचित विकास करने की सलाह आयुक्त को पत्रकारों ने दी. आयुक्त ने भी हामी भरी.
* एक ही स्मशान भूमि पर भार
सुविधापूर्ण होने से हव्याप्रमं के ठीक पीछे स्थित हिंदू स्मशान मोक्षधाम पर भार होने का विषय उपस्थित किया गया. प्रशासक को सलाह दी गई कि शहर में अन्य 9 स्थानों पर स्मशान भूमि है. वहां सुविधाएं नहीं होने से लोग जाना नहीं चाहते. इसलिए विलासनगर, चपराशीपुरा, शंकरनगर आदि स्मशान भूमि की सुविधाओं में बढोतरी कर स्वयंसेवी संस्था को देखरेख सौंपने पर विचार होना चाहिए.
* किराये पर 56 प्रतिशत टैक्स
शहर में कोई भी जगह, दुकान, भवन किराये पर देने से मनपा को 56 प्रतिशत संपत्ति कर अदा करना पडता है. जिससे मूल रुप से काफी कम राशि बताई जाती है. इसे पत्रकारों ने पूरे महाराष्ट्र में सर्वाधिक होने की तरफ आयुक्त का ध्यान खींचा. उस पर अवश्य विचार करने की बात उन्होंने कही. चर्चा दौरान पीआरओ भूषण पुसतकर की उपस्थिति रही.