अमरावती/दि.16 – मनपा महिला व बालकल्याण विभाग व्दारा शहर की 700 विधवा, निराधार महिलाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया गया. कुछ महिलाओं को सिलाई मशीन व्दारा सिलाई का तथा कुछ महिलाओं को परिचारिका का प्रशिक्षण दिया गया व कुछ महिलाओं को महिला बचत गट के माध्यम से रोजगार उपलब्ध करवाया गया.
कोरोना के पहले व कोरोना काल में अनेक परिवारों के कर्ता पुरुष के निधन होने के पश्चात परिवार की जिम्मेदारी उस परिवार की महिला पर आ गई थी. रुपए, पैसो तथा रोजगार का भी साधन उपलब्ध नहीं था जिसमें ऐसी महिलाओं का सर्वेक्षण किया गया व उनसे आवेदन मंंगवाए गए और उनकी रुची के अनुसार सिलाई व परिचारिका का प्रशिक्षण दिया गया.
जिन महिलाओं की रुची बचत गट में काम करने की थी उनका चयन कर उन्हें प्रशिक्षण देकर सक्षम बनाया गया. खुद का लघु उद्योग करने वाली इच्छूक महिलाओं को बैंक की ओर से कर्ज व सबसीडी भी उपलब्ध करवायी गई जिन्हें अब तक बैंक व्दारा कर्ज नहीं मिला उनके लिए मनपा व्दारा प्रयास किए जा रहे है. इस तरह से मनपा के महिला व बालकल्याण विभाग व्दारा 700 महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया गया.
18 साल से कम उम्र के बच्चे की मां को मदद
जिन विधवा, निराधार महिलाओं के घर में कमाने वाला पुरुष नहीें है और उनके बच्चें की उम्र 18 साल से कम है ऐसी महिलाओं को मनपा महिला व बालकल्याण विभाग व्दारा मदद की जाएगी और उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जाएगा.
अनेको योजनाएं चलायी जाएगी
शहर की विधवा, निराधार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया गया ऐसी महिलाओं के लिए भविष्य में भी अनेको योजनाएं चलायी जाएगी. विशेषत: जिन महिलाओं के पास कमाई का स्त्रोत नहीं है उन महिलाओं के लिए अनेको उत्तम योजनाएं चलायी जाएगी और उन्हें योजना का लाभ दिया जाएगा.
– नरेंद्र वानखडे,
महिला व बालकल्याण अधिकारी मनपा