अमरावती

होटल सिटी पैलेस पर अब मनपा का कब्जा

किराएदार खत्री की याचिका सिविल कोर्ट में खारिज

* मनपा ने किराएदार का ताला तोड लगाया अपना सील
* वर्ष 2005 में बंद हो गया था सिटी पैलेस होटल
* वर्ष 2018 में खत्म हो गई थी लीज की अवधि
अमरावती/दि.7 – स्थानीय राजकमल चौक पर स्थित मनपा संकूल की दूसरी मंजील करीब 25 वर्ष पहले छुगाराम खतरी व्दारा किराए पर ली गई थी और वहां पर किसी समय होटल सिटी पैलेस शुरु किया गया था, जो कालांतर मेंं बंद भी हो गया. पश्चात विगत लंबे समय से मनपा प्रशासन इस जगह को खाली करवाते हुए अपने कब्जे में लेने का प्रयास कर रहा था और इस मामला में विगत 3 जनवरी को ही मनपा आयुक्त प्रवीण आष्टिकर ने किराएदार छुगाराम खत्री को एक माह की समयावधि देते हुए मनपा संकुल में होटल सिटी पैलेस की जगह खाली करने की नोटिस दी थी. परंतु एक माह तक खत्री परिवार की ओर से कोई गतिविधि नहीं की गई और नोटिस पिरेड खत्म होने पर कोर्ट में अपील की गई जहां से खत्री परिवार को कोई राहत नहीं मिली. ऐसे में मनपा प्रशासन ने हरकत में आकर बीती शाम करीब 5 बजे इस होटल पर लगा किराएदार खत्री का ताला तोडकर वहां अपना ताला लगाते हुए सील करने की कार्रवाई की.
बता दें कि, करीब 29 साल पहले मनपा मुख्यालय परिसर में छुगाराम खत्री ने नामक ठेकेदार ने बीओटी तत्व पर व्यावसायिक संकुल का निर्माण किया था और पहली प दूसरी मंजिल पर बने 55 कमरों को अपने कब्जे में रखते हुए वहां पर होटल सिटी पैलेस का निर्माण किया था. इसके लिए छुगाराम खत्री और मनपा प्रशासन के बीच 25 साल की लीज अवधि का करारनामा किया गया है. जो 23 मार्च 2018 को खत्म हो गई. वहीं यह अवधि खत्म होने से पहले ही सन 2005 में होटल सिटी पैलेस बंद हो गया और तब से यह जगह बिना किसी उपयोग के खाली पडी हुई है. ऐसे में संबंधित संपत्ति का कोई इस्तेमाल नहीं होने और करारनामा भी खत्म हो जाने के चलते मनपा प्रशासन ने इस जगह को दुबारा अपने कब्जा में लेने के प्रयास शुरु किए. जिसके तहत 7 अक्तूबर को मनपा प्रशासन ने छुगाराम खत्री के नाम नोटीस जारी करते हुए उन्हें यह जगह खाली करने की ताकीद दी.
बता दें कि, राजकमल चौक स्थित मनपा के व्यावसायिक संकुल में छुगाराम खत्री के कब्जे में कुल 13 हजार 950 स्क्वेअर फीट जगह दी. जिसमें से पहली मंजिल पर 7 हजार 186 व दूसरी मंजिल पर 6 हजार 940 स्क्वेअर फीट की जगह का उपयोग करते हुए कुल 55 कमरों का होटल सिटी पैलेस बनाया गया था. जिसकी एक समय में अच्छी खासी ख्याती भी रही. लेकिन आगे चलकर यह होटल पूरी तरह से बंद हो गया. साथ ही 23 मार्च 2018 को खत्री व मनपा प्रशासन के बीच हुए लीज करार की अवधि भी खत्म हो गई. जिसके चलते मनपा प्रशासन ने खत्री को यह जगह खाली करने की नोटीस दी थी और एक माह के भीतर जगह खाली करने हेतु कहा था. लेकिन छुगाराम खत्री ने कब्जा छोडने की बजाय इस नोटीस को चुनौति देते हुए अदालत में कार्रवाई पर स्थगिती प्राप्त करने हेतु याचिका दायर की. जिस पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने खत्री की याचिका को खारिज कर दिया. अदालत में खत्री की याचिका के खारिज होते ही सोमवार की शाम मनपा प्रशासन ने तुरंत हरकत में आकर होटल सिटी पैलेस पर लगा खत्री का ताला तोडकर फेंक दिया और इस होटल को सील करते हुए एक तरह से अपने कब्जे में ले लिया.
इस मामले में एड. अशोक जैन व एड. ऋषि छाबडा तथा मनपा के विधि अधिकारी श्रीकांत चव्हाण ने अदालत में बडे पुरजोर तरीके से मनपा का पक्ष रखा.

* मनपा मुख्यालय को है जगह की जरुरत
विशेष उल्लेखनीय है कि, अमरावती शहर के विस्तार व विकास को देखते हुए दिनोंदिन महानगरपालिका के काम का दायरा भी बढ रहा है. साथ ही महानगरपालिका को अपने विभागों के कार्यालय शुरु करने के लिए बडे पैमाने पर जगह की जरुरत पड रही है. जिसके चलते राजकमल चौक के पास स्थित व्यावसायिक संकुल में भी मनपा के कई कार्यालय शुरु किए गए. वहीं यह जरुरत अब भी बाकी है. एक ओर तो मनपा मुख्यालय परिसर में स्थित व्यावसायिक संकुल में 55 कमरों वाली संपत्ति विगत 15-16 वर्षों से खाली पडी है. वहीं दूसरी ओर मनपा को अपने महकमों के कार्यालयों हेतु शहर में अन्य स्थानों पर जगह देखनी पड रही है. ऐसे में अब यदि विगत 29 वर्षों से होटल सिटी पैलेस के नाम पर छुगाराम खत्री के पास रहने वाली 13 हजार 950 स्क्वेअर फीट जगह और होटल के 55 कमरे मनपा के कब्जे में आ जाते है. मनपा के पास मुख्यालय परिसर में कई कार्यालयों को शुरु करने के लिए जगह उपलब्ध रहेगी.

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