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सरकार के समक्ष प्रस्ताव विचाराधीन
अमरावती/दि.31 – नगर पालिका व मनपा क्षेत्र में स्थित अंगणवाडियों की जिला परिषद के जरिये मैपिंग की गई है. जिन्हें शहरी बालविकास प्रकल्प के साथ जोडा गया है. साथ ही शहरी प्रकल्पों का प्रशासकीय नियंत्रण नगर पालिका व महानगर पालिका के पास देना प्रस्तावित है. ऐसे में अन्य सरकारी विभागों के साथ प्रभावी समन्वय साधना संभव होगा, इस आशय की जानकारी राज्य की महिला व बालविकास मंत्री तथा जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर द्वारा दी गई है.
मंत्री यशोमति ठाकुर के मुताबिक शहरी क्षेत्रों में पंचायत राज संस्थाओं के साथ समन्वय का अभाव रहने के चलते शहरी प्रकल्प की पुनर्रचना करने की जरूरत राज्यस्तरीय अध्ययन गुट द्वारा पेश की गई थी. जिसके अनुसार ग्रामीण बालविकास प्रकल्प की तर्ज पर शहरी प्रकल्पों का संनियंत्रण स्थानीय स्वायत्त संस्थाओं की ओर सौंपा जायेगा. ऐसे में सभी विभागों के साथ प्रभावी समन्वय स्थापित करते हुए इन योजनाओं पर तेज गति से क्रियान्वयन होगा तथा स्थानीय समस्याओं का तत्काल निवारण करना संभव हो सकेगा. इससे अंगणवाडी केंद्रों में मुलभूत एवं स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं उपलब्ध होने में मदद होगी, ऐसा विश्वास भी पालकमंत्री यशोमति ठाकुर द्वारा व्यक्त किया गया.
इस फैसले के चलते नागरी बालविकास प्रकल्प अधिकारी व अन्य व्यवस्था और मनपा क्षेत्र में आयुक्त तथा नगर पालिका व नगर पंचायत क्षेत्र में जिलाधीश के नियंत्रण में आ जायेंगे. इसे लेकर सरकारी निर्णय जारी करने की प्रक्रिया प्रगती पथ पर है.
20 हजार अंगनवाडी केंद्रों की जीओ टैगिंग
शहरी क्षेत्र एवं शहरी क्षेत्र के पास स्थित साधारणत: 20 हजार अंगणवाडी केंद्रों की जीओ टैगिंग की प्रक्रिया सुलभ होने हेतु तमाम आवश्यक प्रयास किये जा रहे है. इससे शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में इस योजना की परिणामकारकता समान रखने में सहायता होगी. साथ ही कुपोषण का प्रमाण कम करने में भी मदद होगी. इससे पहले ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत अंगणवाडियों को अब नगर पालिका, नगर पंचायत व महानगरपालिका के कार्यक्षेत्र में शामिल किये जाने के चलते इनका संनियंत्रण भी संबंधित स्वायत्त संस्थाओं की ओर दिया जायेगा.
सेविकाओं की पदोन्नति हेतु नियमों में होगा सुधार
राज्य में कार्यरत 1 लाख से अधिक अंगणवाडी सेविकाओं को उनकी शैक्षणिक पात्रता के आधार पर पदोन्नति देने के बारे में भी विचार किया जा रहा है. इस हेतु आवश्यक रहनेवाले भरती नियमों को तैयार करने का आदेश भी विभाग को दिया गया है. ऐसे में पात्र अंगणवाडी सेविकाओें को अब बालविकास प्रकल्प अधिकारी पद तक पदोन्नति मिलने के अवसर उपलब्ध होंगे. जिसके लिए तमाम आवश्यक प्रयास किये जा रहे है. ऐसी जानकारी भी जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर द्वारा दी गई है.