
अमरावती/प्रतिनिधि दि.१५ – कोरोना महामारी के चलते पिछले 14 महीनों में मनपा का आयस्त्रोत घटा. कोरोना की पार्श्वभूमि पर मनपा के सभी अधिकारी व कर्मचारी उपाय योजना में लगे हुए है. मनपा पर 90 करोड रुपए के बिल भी बकाया है. कोरोना महामारी के पश्चात मनपा को आय के स्त्रोत बढाए जाने के लिए उपाय योजना करनी होगी. मनपा की स्थापना से ही मनपा का आयस्त्रोत कम है और खर्च अधिक. इस परेशानी से निजात दिलाने के लिए कुछ अधिकारियों ने प्रयास भी किए थे जो सफल नहीं हुए. प्रयास करने वाले अधिकारी अकेले पड गए या फिर उन अधिकारियों के तबादले हो गए.
मनपा द्बारा संपत्ति कर बढाया गया था. किंतु कर इतना बढा दिया गया था कि शहर में उसका विरोध होने लगा था. विरोध के चलते मनपा द्बारा कुछ प्रमाण में संपत्ति कर कम कर दिया गया. वर्ष 2020-21 वित्तीय वर्ष से मनपा को अब नए कर लगाने का काम हाथ में लेना होगा. मार्च 2020 से कोरोना महामारी का प्रादुर्भाव शुरु हुआ. संक्रमित मरीजों की संख्या बढने की वजह से मनपा कर्मियों को भी कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए उतरना पडा. जिसकी वजह से मार्च महीने में संपत्ति कर की वसूली कमn हुई. अब भी मनपा को 130 करोड रुपए संपत्ति कर बकाया वसूलने होंगे. संमत्ति कर, पानी का बिल, बाजार वसूली, नए बांधकामों की मंजूरी आदि सभी आय के स्त्रोत बंद हो जाने की वजह से मनपा की आमदनी घटी है.