अमरावती

मनपा की सेवा ज्येष्ठता सूची सदोष!

बडे पैमाने पर आपत्ति व आक्षेप मिले

* सामान्य प्रशासन विभाग ने बताया अस्थायी सूची
अमरावती/दि.22 – 2 वर्ष की प्रदीर्घ प्रतिक्षाके बाद मनपा प्रशासन ने अपनी आस्थापना पर रहने वाले ‘अ’, ‘ब’, ‘क’ व ‘ड’ संवर्ग के अधिकारियों व कर्मचारियों की सेवा ज्येष्ठता सूची प्रकाशित की है. जिसे सदोष बताते हुए इसे लेकर मनपा के पास जमकर आपत्ति व आक्षेप जमा कराए जाने लगे है. पदोन्नति के लिए आवश्यक व अनिवार्य रहने वाली इस सूची में कई मैन्यूअल गलतियां रहने को लेकर सबसे अधिक आपत्तियों व आक्षेप दर्ज किराए गए है.
उपायुक्त भाग्यश्री बोरेकर के हस्ताक्षर से विगत 9 फरवरी को जारी किए गए है. इस परिपत्रक में अस्थायी सेवा ज्येष्ठता 1 जनवरी 2023 के दिनांक की स्थिति पर आधारित है और इसे लेकर कोई आक्षेप रहने पर संबंधितों को 15 दिनों के भीतर जीएडी के पास लिखित आपत्ति दर्ज करानी है. ऐसे में यह सूची किस तरह से सदोष है. इसे लेकर अब अधिकारी व कर्मचारी खुले तौर पर बोलने लगे है. महानगरपालिका में 30 से अधिक अभियंता रहने के बावजूद इस सूची में केवल 5 अभियंताओं का समावेश है. साथ ही शिक्षाधिकारी व समकक्ष पद के लिए कौन से शिक्षक व मुख्याध्यापक सेवा ज्येष्ठ है. उनका इस सूची में समावेश नहीं किया गया. साथ ही जिन कर्मचारियों का जम्पिग प्रमोशन हुआ है, उनका नाम भी इस सूची में शामिल नहीं है. इसके अलावा जिन लोगों के नाम इस सूची में शामिल है. उनकी सेवा ज्येष्ठता दिनांक पर प्रश्नचिन्ह लगाया गया है. गट-अ के 32 पद मंजूर रहते समय इसमें से कुछ को सीधी सेवा के जरिए गट अ के तौर पर आस्थापना में पहले ही शामिल करने के बावजूद कुछ खास लोगों के नाम इस सूची में पहले स्थानों पर रखे गए है. जिसे लेकर आपत्ति दर्ज कराई जा रही है. ऐसे में सेवा ज्येेष्ठता की सूची सहित कई नामों को लेकर भी आपत्ति व आक्षेप प्राप्त हो रहे है.

* न्यायप्रविष्ट मामलों का अंतर्भाव कैसे?
सन 2021 के बाद पहली बार मनपा अधिकारियों व कर्मचारियों की सेवा ज्येष्ठता सूची तैयार कर उसे सूचना फलक पर लगाया गया. जिसमें सर्वाधिक आक्षेप लेखा व लिपिक संवर्ग के कर्मचारियों द्बारा दर्ज कराए जा रहे है. कुछ मामले न्याय प्रविष्ट व आक्षेपाधिन है, इस वजह से उन्हें सेवा ज्येष्ठता सूची में शामिल नहीं किया गया है, ऐसा दावा जीएडी द्बारा किया गया है, जिस पर सवाल पूछा जा रहा है कि, ‘पीटी वर्सेस यूसी’ यह कनिष्ठ व वरिष्ठ लिपिक मामला और इस जैसे अन्य कुछ मामले न्याय प्रविष्ठ रहने के बावजूद उनके नामों का इस सूची में अंतर्भाव कैसे किया गया. बॉक्स
* सूची बनाई किसने?
मनपा में चल रही चर्चा के मुताबिक कुछ अधिकारियों ने अपनी मर्जी से इस सेवा ज्येष्ठता सूची को बनाया है. जिसमें कई तरह की तकनीकी गलतियां है. इन गलतियों को दुरुस्त किए बिना पुरानी सेवा ज्येष्ठता सूची को ही प्रकाशित कर दिया गया है. जिसमें कई गलतियां तो प्रथम दर्शनी ही पकड में आ रही है. ऐसे में उन गलतियों को दुरुस्त न करते हुए केवल कुछ विशिष्ट लोगों को लाभ पहुंचाने हेतु यह सूची बनाई गई है. ऐसे में आपत्ति व आक्षेप दर्ज कराए जाने के बाद यह सूची कहा कि, त्रृटीमुक्त व दोषमुक्त हो पाती है. इसकी उत्सुकता सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को लगी हुई है.

13 फरवरी को अस्थायी सेवा ज्येष्ठता सूची प्रकाशित की गई है. जिन्हें इसे लेकर कोई आपत्ति या आक्षेप है, वे सामान्य प्रशासन विभाग के पास लिखित तौर पर अपने आपत्ति व आक्षेप दर्ज करा सकते है. इस सूची में सहायक अभियंता स्तर के अधिकारियों का अंतर्भाव नहीं किया गया है.
– लिना अकोलकर,
अधीक्षक सामान्य प्रशासन विभाग

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