अमरावतीमहाराष्ट्र

बीसीए, बीबीए और बीबीएम पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए कई कठिनाइयां

सरकार से रास्ता निकालने की मांग

अमरावती/ दि. 8-बीसीए, बीबीए और बीबीएम पाठ्यक्रमों के लिए इस साल पहली बार एआईसीटीई की सीईटी- 2024 सामान्य परीक्षा आयोजित की गई थी. इस परीक्षा के प्रचार-प्रसार की कमी के कारण 12 वीं परीक्षा देने वाले छात्र ‘सीईटी- 2024’ परीक्षा से अंजान रहे. जिसके कारण वे इस परीक्षा में शाामिल नहीं हो सके. इसलिए वे बीसीए, बीबीए और बीबीएम कोर्स में एडमिशन नहीं ले पाएंगे. इससे छात्रों और अभिभावकों में असंजस की स्थिति पैदा हो गई है.

पहले इस पाठ्यक्रम में प्रवेश का निर्धारण कॉलेज स्तर पर किया जाता था. चूकि एआईसीटीई ने इन पाठ्यक्रमों को अपने तत्वावधान में लाया है. इसलिए संत गाडगेबाबा अमरावती विश्व विद्यालय के तहत बीबीए, बीसीए और बीबीएम आदि पाठ्यक्रमों में प्रवेश एआईसीटीर्ई नियमों के अनुसार अनिवार्य हो गया है. उपरोक्त पाठ्यक्रमों को व्यावसायिक श्रेणी में लाया गया है. इसलिए जिन कॉलेजो में उपरोक्त पाठयक्रम चल रहे है, उन्हे एआईसीटीई के साथ पंजीकरण कराना अनिवार्य कर दिया गया है.

उसके लिए निर्धारित शुल्क अदा करके प्रविधि शिक्षा परिषद की स्वीकृति प्राप्त करनी पडती थी. लेकिन छात्रों तक जानकारी नहीं पहुंचने के कारण वे सीईटी-2024 नहीं दे सके. सभी स्तरों पर मांग की जा रही है कि उनकी दोबारा परीक्षा ली जाए ताकि अभ्यर्थी सीईटी- 2025 दे सके और बीसीए, बीबीए और बीबीएम में अपना प्रवेश सुरक्षित कर सकें.

छात्रों और अभिभावकों की मांग है कि छात्रों को इस कोर्स से वंचित न किया जाए या वे यह मांग व्यक्त कर रहे है कि इस वर्ष सीधे प्रवेश नियम बनाकर छात्रों को रियायतें दी जाए.

माता-पिता और छात्रों को सीईटी के बारे में पर्याप्त जानकारी नहीं होने के कारण कई छात्र सीईटी देने से वंचित रह जाते हैं. इस संबंध में कालेज ने प्राविधिक शिक्षा परिषद को पत्र भेजा है. तंत्र शिक्षा परिषद से वैकल्पिक व्यवस्था बनाने का अनुरोध किया है ताकि छात्रा का शैक्षणिक नुकसान न हो.

 

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