अमरावती

कई प्रभागों के नाम बदल सकते हैं!

राज्य निर्वाचन आयोग की टीम के सामने हुई आक्षेपों पर सुनवाई

अमरावती/दि.22 – मनपा के आगामी आम चुनाव को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई प्रभाग रचना के संशोधित प्रारूप पर नागरिकों व जनप्रतिनिधियों द्वारा दर्ज करायी गई आपत्तियों व आक्षेपों पर गत रोज स्थानीय मनपा मुख्यालय में सुनवाई हुई. वही अब इन सभी आपत्तियों व आक्षेपों को राज्य निर्वाचन आयोग के समक्ष रखा जायेगा. जिसके बाद ही अगला निर्णय होगा. पता चला है कि, इन आपत्तियोें व आक्षेपों की वजह से प्रभागों के परिसिमन में कोई खास बदलाव तो नहीं होनेवाला, लेकिन इन आपत्तियों व आक्षेपों की वजह से कई प्रभागों के नामों को जरूर बदला जा सकता है.
बता देें कि, मनपा के भारतरत्न डॉ. बाबासाहब आंबेडकर सभागार में सोमवार की सुबह 11 से सायं. 5.30 बजे के दौरान राज्य निर्वाचन आयोग ने प्रभाग रचना को लेकर दर्ज करायी गई आपत्तियों व शिकायतों को जानने व सुनवाई करने हेतु एक टीम स्थापित की थी. जिसमें आईएएस डॉ. माधवी खोडे, विभागीय राजस्व आयुक्तालय के अपर आयुक्त निलेश सागर, अपर जिलाधीश रामदास सिध्दभट्टी, मनपा आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर व मनपा उपायुक्त सुरेश पाटील का समावेश था. इस बार मनपा के चुनाव हेतु 33 प्रभाग बनाये गये है. जिसमें से 32 प्रभागों से 3-3 पार्षद निर्वाचित होंगे. वहीं एक प्रभाग की सदस्य संख्या 2 रहेगी. इस तरह मनपा में कुल 98 पार्षद चुने जायेंगे. सन 2011 की जनसंख्या को आधार मानने के साथ ही इन दस वर्षों के दौरान जनसंख्या में हुई प्राकृतिक वृध्दि के अनुपात को ध्यान में रखते हुए यह सदस्य संख्या व प्रभाग संख्या तय की गई है. साथ ही प्रभागों का परिसिमन भी किया गया है. जिस पर राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नागरिकों से आपत्ति व आक्षेप मंगाये गये थे और इस पर सोमवार 21 फरवरी को प्रत्यक्ष सुनवाई भी हुई. 1 फरवरी से 14 फरवरी के दौरान कुल 292 आपत्तियां व आक्षेप प्रस्तुत किये गये थे. जिसमें से 178 ने गत रोज प्रत्यक्ष उपस्थित रहकर राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा गठित टीम के समक्ष अपनी आपत्तियों को लेकर अपना पक्ष रखा. आक्षेपकर्ताओं के लिए अपना पक्ष रखने हेतु निश्चित समय तय किया गया था. जिसके दौरान आईएएस डॉ. माधवी खोडे व उनकी टीम ने उपस्थित आक्षेपकर्ताओं की आपत्त्तियों को दर्ज किया. साथ ही उनका पक्ष सुना.

कुछ प्रभागों का बदल सकता है नाम

अमरावती महानगरपालिका में 33 प्रभागोें को अलग-अलग नाम दिये गये है. किंतु कुछ प्रभागों के नाम काफी विचित्र रहने को लेकर आपत्ति दर्ज करायी गई थी. जिसके परिणाम स्वरूप ऐसे प्रभागों के नाम में बदलाव हो सकता है. इस आशय का संकेत राज्य निर्वाचन आयोग की टीम में शामिल एक सदस्य द्वारा नाम नहीं छापने की शर्त पर दिया गया. साथ ही बताया गया कि, लगभग सभी 33 प्रभागों के नामों को लेकर आक्षेप प्राप्त हुआ है. जिसमें से लगभग आधे प्रभागों के नाम बदल सकते है.

परिसिमन को लेकर सर्वाधिक आपत्ति

मनपा प्रशासन द्वारा आम चुनाव को ध्यान में रखते हुए प्रभाग रचना के कच्चे प्रारूप में तय किये गये प्रभाग परिसिमन को लेकर 261 लोगों ने अपनी आपत्तियां दर्ज करायी थी. जिसमें एक प्रभाग का कुछ हिस्सा दूसरे प्रभाग के साथ जोड दिये जाने के संदर्भ में सर्वाधिक आपत्तियां दर्ज करायी गई है. किंतु एक बार प्रभाग की चर्तु:सिमा तय हो जाने के बाद उसमें सहसा कोई बदलाव नहीं होता. ऐसा आज तक का अनुभव रहने की बात मनपा में चार से पांच बार प्रतिनिधित्व करनेवाले वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों द्वारा कही गई. जिसका सीधा मतलब है कि राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा सुनवाई के बाद प्रभागों के नामों में तो कुछ बदलाव किया जा सकता है. किंतु प्रभागोें के परिसिमन में कोई बदलाव नहीं होगा.

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