* लिपिड एसोसिएशन ऑफ इंडिया 2023 की रिपोर्ट की प्रस्तुति
अमरावती/दि.12– बीते रविवार को स्थानीय कैम्प स्थित होटल महफिल इन में अमरावती कार्डियोलॉजी सोसाइटी के सहयोग से लिपिड एसोसिएशन ऑफ इंडिया, आईएमए अमरावती तथा एसोसिएशन ऑफ फिजीशियन अमरावती के सहयोग से लिपिड मैनेजमेंट पर एक सीएमई का आयोजन हुआ. यह उपक्रम झेनिथ हॉस्पिटल के संचालक व एसीएस के सचिव डॉ. नीरज राघानी व अध्यक्ष डॉ. अर्चना तापडिया के अथक प्रयास से हुआ. ‘लिपिड प्रबंधन पर नई गाइडलाइंस’ विषय पर आधारित इस संगोष्ठी में 80 डॉक्टरों ने हिस्सा लिया था. कार्यक्रम में क्षेत्र से जुडे विभिन्न विशेषज्ञों ने अपने-अपने क्षेत्र में अद्यतन जानकारी प्रदान की.
समारोह की शुरुआत अमरावती जिला ए.सी.एस. की अध्यक्ष डॉ. अर्चना तापडिया व सचिव डॉ. नीरज राघानी के संबोधन से हुई. समारोह में स्वागत भाषण और परिचय डॉ. अर्चना तापडिया ने प्रस्तुत किया. इस अवसर पर उन्होंने सम्मेलन के उद्देश्यों और लिपिड प्रबंधन पर नई गाइडलाइंस की महत्ता पर प्रकाश डाला.
डॉ. शैलेश जयादे ने डाइट और लिपिड का मेटाबोलिज्म पर विस्तृत प्रस्तुति दी और इस बात पर ध्यान केंद्रित किया कि, आहार कैसे पथोजेनेसिस में भूमिका निभाता है. उन्होंने बताया कि, विभिन्न आहार तत्व लिपिड स्तर और हृदय स्वास्थ को किस प्रकार प्रभावित कर सकते है. पश्चिमी लिपिड गाइडलाइंस और भारतीय मरीज के संदर्भ में समारोह के प्रमुख वक्ता डॉ. रमन पुरी ने चर्चा की. क्या भारतीय एएससीवीडी (एथेरोथ्रोम्बोटिक कार्डियोवैस्कुलर डिजीज) मरीजों के लिए पश्चिमी लिपिड गाइडलाइंस लागू करने से उच्च और बचने योग्य सीवी इवेंट्स का खतरा बढ सकता है? इस विषय पर गंभीर चिंताओं और सुझावों पर उन्होंने ध्यान दिया.
डॉ. अजिज खान ने भारतीय संदर्भ में लिपिड प्रबंधन पर मौजूदा गाइडलाइंस की समीक्षा की. उन्होंने यह स्पष्ट किया कि, स्थानीय स्थितियों और जरुरतों के अनसार लिपिड प्रबंधन को कैसे अनुकूलित किया जा सकता है.
डॉ. रमन पुरी ने लिपिड एसोसिएशन ऑफ इंडिया की 2023 की रिपोर्ट प्रस्तुत की. इस रिपोर्ट में भारतीय मरीजों में हृदय संबंधी जोखिम मूल्यांकन और लिपिड प्रबंधन पर अद्यतन और सहमति बयान पर चर्चा की गई. उन्होंने साझा किया कि, वर्तमान गाइडलाइंस में क्या नई बातें शामिल की गई है और उनका प्रभाव क्या होगा. कार्यक्रम अपने तय समय के मुताबिक शुरु हुआ. मंच का संचालन डॉ. आदित्य गुप्ता ने किया तथा आभार ए.सी.एस. के सचिव डॉ. नीरज राघानी ने माना. उक्त आयोजन झेनिथ हॉस्पिटल के संचालक तथा अमरावती कार्डियोलॉजी सोसायटी के सचिव की पहल तथा अध्यक्ष डॉ. अर्चना तापडिया के मार्गदर्शन में हुआ.
अमरावती में पहली लिपिड मैनेजमेंट और लिपिड गाइडलाइंस के ऊपर सीएमई प्रोग्राम रखा गया था. आयोजित समारोह में दिल्ली से लिपिड एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. रमन पुरी ने नई इंडियन गाइडलाइन बनाई है तथा नागपुर से कार्डियोलॉजी एक्सपर्ट डॉ. अजिज खान ने सभी को मार्गदर्शन किया. भारतीय लोगों में हार्ट अटैक को लेकर क्यों ज्यादा रिस्क होती तथा इससे कैसे बचा जा सकता है, इस पर तज्ञों ने मार्गदर्शन किया. हम कैसे यूरोपियन और अमेरिकन लोगों से अलग है, हमारा खान-पान कैसा होना चाहिए. हमें कब-कब जांच करानी चाहिए, हमें अपनी गाइडलाइंस को कैसे फॉलो करना चाहिए, इस पर तज्ञों ने जानकारी दी.
कार्यक्रम में आईएमए अमरावती के अध्यक्ष डॉ. अनुपमा देशमुख व सचिव डॉ. शर्मिष्ठा बेले, अमरावती फिजिशियन एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. अद्वैत महल्ले, सचिव डॉ. स्वप्नील पाटिल उपस्थित थे. सभी प्रमुख डॉक्टरों और विशेषज्ञों की उपस्थिति से इस सीएमई का आयोजन सफल रहा और सभी ने इस कार्यक्रम की सराहना की.
* आशंका का हुआ निराकरण
पैनल चर्चा में डॉ. रमन पुरी, डॉ. अजिज खान, डॉ. अजय डफले, डॉ. किशोर कडू, डॉ. नीरज राघानी व डॉ. पवन अग्रवाल शामिल हुए. इस चर्चा में विभिन्न विशेषज्ञों ने लिपिड प्रबंधन और संबंधित विषयों पर विचारों का आदान-प्रदान किया और दर्शकों के सवालों का उत्तर दिया.